काठमांडू : नेपाल ने कोविड-19 से बचाव के लिए बुधवार को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की. भारत ने पड़ोसियों को अहमियत देने की अपनी नीति के अनुरूप अनुदान के तहत नेपाल को टीके की 10 लाख खुराकें मुहैया कराई है.
प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने बुधवार की सुबह बालुवतार में प्रधानमंत्री आवास से टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की. इसी के साथ देश भर में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यर्कियों को टीका देने की शुरुआत हो गयी.
टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि तीन महीने के भीतर सभी नागरिकों को निशुल्क टीका मुहैया कराए जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, सुखराज ट्रॉपिकल एंड इनफेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल, टेकू के निदेशक डॉ सागर राजभंडारी समेत अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को सबसे पहले टीके की खुराक दी गयी.
अधिकारियों के मुताबिक देश में 65 जिलों में करीब 4,30,000 अग्रिम कर्मियों-स्वास्थ्यकर्मियों, स्वास्थ्य केंद्रों में सहायक कर्मियों, सुरक्षा कर्मियों, सफाई कर्मचारियों, वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों और कैदियों को टीके की खुराक दी जाएगी.
भारत ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा उत्पादित टीके की 10 लाख खुराकें नेपाल को भेजी थीं.
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प्रधानमंत्री ओली ने कोविड-19 से बचाव के लिए टीके की दस लाख खुराकें भेजने पर पिछले सप्ताह भारत सरकार को धन्यवाद कहा था.
नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,70,375 मामले आए हैं और 2020 लोगों की मौत हुई है. देश में 2,65,069 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं.