काठमांडू : नेपाल में सियासी घमासान तेज है. इस बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के आवास के पास प्रदर्शन कर रहे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी झड़प हुई. 25 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बैरीकेड तोड़कर प्रधानमंत्री आवास की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने वाटर कैनन और डंडों का इस्तेमाल किया. सदन भंग करने की प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सिफारिश का प्रदर्शनकारी विरोध जता रहे थे. विरोध में शामिल एक मानवाधिकार कार्यकर्ता का कहना था कि पुलिस ने शांतिपूर्ण आंदोलनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल का इस्तेमाल किया.
पुलिस ने घटना स्थल से वरिष्ठ मानवाधिकार कार्यकर्ता कृष्ण पहाड़ी सहित 25 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. बलुवतार क्षेत्र जहां प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास है विरोध के बाद तनावपूर्ण स्थिति है.
20 दिसंबर को नेपाल में उस समय राजनीतिक संकट गहरा गया था जब प्रधानमंत्री ने 275 सदस्यीय सदन को भंग करने की सिफारिश कर दी थी.
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प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने उसी दिन सदन को भंग कर दिया. 30 अप्रैल और 10 मई को नए चुनावों की घोषणा की थी. सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व वाले गुट ने रविवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पार्टी की सदस्यता से निष्कासित कर दिया था.