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अलकायदा और ISIS मालदीव में गहरी जड़ें जमा रहे हैं : मोहम्मद नशीद - ISIS and Al Qaeda

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने देश की सुरक्षा और आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. जानें अपने बयान में उन्होंने क्या कुछ कहा...

मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद
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Published : Sep 5, 2019, 12:06 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 12:06 PM IST

नई दिल्लीः मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा है कि अलकायदा और ISIS देश में अपनी गहरी जड़ें फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे सुरक्षाबलों में रणनीतिक पदों पर पकड़ बना रहे हैं साथ ही मिलिटरी और शिक्षा विभाग को भी प्रभावित करने की कोशिश में लगे हुए हैं.

गौरतलब है कि इंडियन ओशन कॉफ्रेंस के दौरान मोहम्मद राशिद ने अपना यह बयान दिया.

ISIS और अलकायदा की गहरी जड़ें हो रही विकसित
उन्होंने कहा कि अल कायदा और आईएसआईएस मालदीव के भीतर एक गहरी जड़ विकसित कर रहे हैं.

वे सुरक्षा बलों, पुलिस, सेना, अप्रवासन और शिक्षा समेत रणनीतिक पदों पर कब्जा कर रहे हैं. और यही कारण है कि इनके द्वारा जमाई जा रही गहरी जड़ें प्रभावित कर सकती हैं.

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मोहम्मद नशीद का बयान. सौ. @indfoundation

नशीद ने कट्टरपंथी इस्लाम को हिंद महासागर क्षेत्र के लिए 'सबसे बड़ी चुनौती' बताया है.

गौरतलब है कि 21 अप्रैल को ISIS के हमले ने श्रीलंका का दिल दहला दिया था. जब ईस्टर संडे को कई सारे विस्फोट हुए थे.

बता दें इन विस्फोटों ने पूरे देश के चर्च और ऊंची बिल्डिंग वाले होटलों को भी हिला कर रख दिया. साथ ही इस हमले में 258 लोग मारे गए और 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

पढ़ेंः श्रीलंकाः ईस्टर पर हुए धमाके में IS की भूमिका

ISIS से जुड़े संगठन ने ली थी ईस्टर हमलों की जिम्मेदारी
बता दें कि एक लोकल जिहादी समूह और ISIS से जुड़े नेशनल शोहेथ जमात ने इन विनाशकारी हमलों की जिम्मेदारी ली थी, जिसकी बड़े स्तर पर निंदा भी की गई थी.

नशीद ने आगे कहा कि पिछले 40 सालों में इस्लाम का एक बहुत ही कट्टरपंथी संस्करण मालदीव और दक्षिण एशिया के अधिकांश हिस्सों में प्रचारित किया जा रहा है, जिसके चलते दुर्भाग्य से इतने सारे मालदीव के लोग सीरिया में लड़ने चले गए.

क्षेत्र में ISIS की मौजूदगी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग सीरिया में लड़ने के लिए चले गए थे, वे इस कारण से गए थे कि मालदीव के लोगों की भर्ती के लिए वहां पर एक मजबूत नेटवर्क बनाया गया था.

राष्ट्रपति ने की थी आयोग की नियुक्ति
आपको बता दें कि कल मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने एक दिन पहले पिछले पांच सालों में गायब होने और मौतों की जांच के लिए एक आयोग नियुक्त किया था.

आयोग ने बताया है कि वे अल कायदा और ISIS द्वारा मारे गए थे.

नशीद ने विश्वास जताया है कि नई सरकार इन गहरी जड़ों को विघटित करने में सफल रहेगी.

गहरी समस्या को खत्म करने में होंगे सक्षम
उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि नई सरकार इस चुनौती को उठाएगी. हम इस गहरी समस्या को खत्म करने में सक्षम होंगे. हम उनकी हिटलिस्ट में हैं लेकिन फिर भी काम को जारी रखना होगा.

उन्होंने कहा कि आतंकियों का ग्रुप कहीं भी हो सकता है.

नशीद ने आगे कहा कि हमें इनसे निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए.

नई दिल्लीः मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा है कि अलकायदा और ISIS देश में अपनी गहरी जड़ें फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे सुरक्षाबलों में रणनीतिक पदों पर पकड़ बना रहे हैं साथ ही मिलिटरी और शिक्षा विभाग को भी प्रभावित करने की कोशिश में लगे हुए हैं.

गौरतलब है कि इंडियन ओशन कॉफ्रेंस के दौरान मोहम्मद राशिद ने अपना यह बयान दिया.

ISIS और अलकायदा की गहरी जड़ें हो रही विकसित
उन्होंने कहा कि अल कायदा और आईएसआईएस मालदीव के भीतर एक गहरी जड़ विकसित कर रहे हैं.

वे सुरक्षा बलों, पुलिस, सेना, अप्रवासन और शिक्षा समेत रणनीतिक पदों पर कब्जा कर रहे हैं. और यही कारण है कि इनके द्वारा जमाई जा रही गहरी जड़ें प्रभावित कर सकती हैं.

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मोहम्मद नशीद का बयान. सौ. @indfoundation

नशीद ने कट्टरपंथी इस्लाम को हिंद महासागर क्षेत्र के लिए 'सबसे बड़ी चुनौती' बताया है.

गौरतलब है कि 21 अप्रैल को ISIS के हमले ने श्रीलंका का दिल दहला दिया था. जब ईस्टर संडे को कई सारे विस्फोट हुए थे.

बता दें इन विस्फोटों ने पूरे देश के चर्च और ऊंची बिल्डिंग वाले होटलों को भी हिला कर रख दिया. साथ ही इस हमले में 258 लोग मारे गए और 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

पढ़ेंः श्रीलंकाः ईस्टर पर हुए धमाके में IS की भूमिका

ISIS से जुड़े संगठन ने ली थी ईस्टर हमलों की जिम्मेदारी
बता दें कि एक लोकल जिहादी समूह और ISIS से जुड़े नेशनल शोहेथ जमात ने इन विनाशकारी हमलों की जिम्मेदारी ली थी, जिसकी बड़े स्तर पर निंदा भी की गई थी.

नशीद ने आगे कहा कि पिछले 40 सालों में इस्लाम का एक बहुत ही कट्टरपंथी संस्करण मालदीव और दक्षिण एशिया के अधिकांश हिस्सों में प्रचारित किया जा रहा है, जिसके चलते दुर्भाग्य से इतने सारे मालदीव के लोग सीरिया में लड़ने चले गए.

क्षेत्र में ISIS की मौजूदगी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग सीरिया में लड़ने के लिए चले गए थे, वे इस कारण से गए थे कि मालदीव के लोगों की भर्ती के लिए वहां पर एक मजबूत नेटवर्क बनाया गया था.

राष्ट्रपति ने की थी आयोग की नियुक्ति
आपको बता दें कि कल मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने एक दिन पहले पिछले पांच सालों में गायब होने और मौतों की जांच के लिए एक आयोग नियुक्त किया था.

आयोग ने बताया है कि वे अल कायदा और ISIS द्वारा मारे गए थे.

नशीद ने विश्वास जताया है कि नई सरकार इन गहरी जड़ों को विघटित करने में सफल रहेगी.

गहरी समस्या को खत्म करने में होंगे सक्षम
उन्होंने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि नई सरकार इस चुनौती को उठाएगी. हम इस गहरी समस्या को खत्म करने में सक्षम होंगे. हम उनकी हिटलिस्ट में हैं लेकिन फिर भी काम को जारी रखना होगा.

उन्होंने कहा कि आतंकियों का ग्रुप कहीं भी हो सकता है.

नशीद ने आगे कहा कि हमें इनसे निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए.

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https://www.aninews.in/news/world/asia/isis-and-al-qaeda-building-deep-state-in-maldives-former-president-nasheed20190904163553/


Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 12:06 PM IST
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