पेशावर : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने रविवार को पेशावर प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया और सरकार से मंदिर की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
डॉन अखबार के मुताबिक, अल्पसंख्यक समुदाय का नेतृत्व हिंदू अधिकार आंदोलन के अध्यक्ष हारून सरबदियाल, कौमी वतन पार्टी के अल्पसंख्यक विंग के नेता मुनीर अख्तर, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल के प्रतिनिधि फरीद सिंह, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रतिनिधि नसीब चांद और ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि पादरी शहजाद मुराद ने किया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय पुलिस की लापरवाही के कारण भीड़ ने ऐतिहासिक मंदिर में तोड़फोड़ की थी और उसमें आग लगा दी थी. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि प्रांतीय सरकार जिला पुलिस अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), और क्षेत्रीय स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएचओ) के खिलाफ कार्रवाई करे.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ऐतिहासिक मंदिर में तोड़फोड़ से हिंदू समुदाय आहत हैं और उनके अंदर अशांति पैदा हुई है, इसलिए सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
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खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले के टेरी क्षेत्र में बीते हफ्ते उकसाई भीड़ ने एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी थी. इस मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक इस घटना में शामिल 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.