लाहौर : पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने देश की शक्तिशाली सेना पर आरोप लगाया कि उसने पंजाब प्रांत के उपचुनाव में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के पक्ष में धांधली के लिए 20 से अधिक चुनाव अधिकारियों का अपहरण कर लिया. प्रांत की राजधानी लाहौर से करीब 80 किलोमीटर दूर दस्का में एनए-75 नेशनल असेंबली उपचुनावों के दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पीएमएल-एन के कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष में कम से कम दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की शुक्रवार को हत्या कर दी गई.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन सुप्रीमो मरियम नवाज ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शुक्रवार की शाम को करीब 20 मतदान केंद्रों पर कम से कम 20 पीठासीन अधिकारियों का अपहरण कर लिया गया और मतपेटी लूट ली गई ताकि एनए-75 के परिणाम बदले जा सकें. इस घटना में 'खलई मखलूक' (सेना और खुफिया एजेंसियों का जिक्र) का हाथ है. यह घटना कराची में मेरे कमरे में घुसने जैसा ही है.
पढ़ें: पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से निकलने को खेल रहा वही पुराना 'गेम'
पिछले वर्ष 18 अक्टूबर और 19 अक्टूबर की दरम्यानी रात को मरियम के पति और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद मुहम्मद सफदर को कराची में उनके होटल कक्ष से पाकिस्तान रेंजर्स ने गिरफ्तार किया था.
इससे पहले चुनाव अधिकारियों के लापता होने की खबर के बाद पाकिस्तान चुनाव आयोग ने शनिवार को दस्का में उपचुनाव के परिणाम पर रोक लगा दी.