बलूचिस्तान : बलूचिस्तान के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा की कमी के चलते तीन जिलों में 24 घंटे के अंदर दो बच्चों सहित तीन लोगों की मृत्यु हो गई.
बता दें कि तीन साल का शाहद जब बीमार पड़ा तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया. लेकिन सुविधाओं की कमी के चलते बच्चे को 120 किलोमीटर दूर तुरबत ले जाना पड़ा. बलूचिस्तान पोस्ट के अनुसार, बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई.
स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए मीडिया ने आगे कहा कि शाहद को तेज बुखार था, लेकिन सुविधाओं की अनुपलब्धता के दौरान उनका समय पर इलाज नहीं किया गया. हालांकि, मैंड और टर्बट के बीच सड़क की जर्जर हालत के कारण वह तुर्बत तक नहीं पहुंच सका.
इससे एक दिन पहले एक और छोटे बच्चे आमेर उल मुल्क का इलाज के दौरान नुकी में निधन हो गया.
तीसरी घटना में 30 वर्षीय बरकत अली की भी कल प्राथमिक उपचार के अभाव में बलूचिस्तान के खारान शहर में मौत हो गई.
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ऐसी घटनाएं आमतौर पर बलूचिस्तान के अधिकतर हिस्सों में बुनियादी चिकित्सा आवश्यकताओं की अनुपस्थिति के कारण होती हैं. यहां तक कि यातायात दुर्घटनाओं में प्राथमिक उपचार की कमी के कारण ज्यादातर घायल मर जाते हैं.
मातृ मृत्यु दर बलूचिस्तान के दूरदराज के क्षेत्रों में भी अधिक है. बुनियादी स्वास्थ्य इकाइयों की जीर्ण स्थिति को इसका प्रमुख कारण माना जाता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान में प्रति एक लाख महिलाओं में 850 की प्रसव के दौरान मृत्यु हो जाती है.