इस्लामाबादः पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से बड़ी संख्या में लोग नियंत्रण रेखा की ओर मार्च कर रहे हैं. दरअसल जम्मू कश्मीर को लेकर भारत के फैसले के विरोध में यह मार्च किया जा रहा है.
गौरतलब है कि मार्च कर रहे इन प्रदर्शनकारियों ने एलओसी को क्रॉस करने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया.
इमरान खान ने दी थी चेतावनी
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रदर्शनकारियों को LOC (लाइन ऑफ कंट्रोल) पार न करने की चेतावनी दी थी. इमरान खान ने कहा था कि अगर कोई भी एलओसी पार करता है तो भारत इसे अपने नजरिये से पेश करेगा.
दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति
दरअसल जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को रद्द करने के बाद भारत और पाक के बीच तनाव और भी बढ़ गया है. तनाव के चलते पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को डाउनग्रेड किया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया था.
पाक द्वारा मुद्दे के अंतरराष्ट्रीयकरण की कोशिश
बता दें पाकिस्तान लगातार कश्मीर मुद्दे का अतंरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश में लगा है यह मान लिया गया है कि अनुच्छेद 370 भारत का आंतरिक मामला था.
भारत ने भी पाकिस्तान को सच्चाई स्वीकार करने की नसीहत दी है. इसके अलावा भारत विरोधी बयानबाजी को रोकने के लिए भी कहा गया है.
मार्च करने वालों में ज्यादातर युवा
आपको बता दें, मार्च करने वालों में अधिकतर युवा थे. सभी प्रदर्शनकारी शनिवार को पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद से गढ़ी दुपट्टा पहुंचे, जहां वे पूरी रात रुके. इसके बाद वे रविवार सुबह से मुजफ्फराबाद-श्रीनगर हाइवे पर आगे बढ़ रहे हैं.
पढ़ेंः इमरान ने मानी घुसपैठ की बात, कहा- PoK के लोग न क्रॉस करें एलओसी
UN (संयुक्त राष्ट्र) ने किया था दोनों देशों से संपर्क
दरअसल इस मार्च का आयोजन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) ने किया था. जेकेएलएफ के एक स्थानीय नेता रफीक डार ने मीडिया को बताया कि भारत और पाकिस्तान यूएन सैन्य पर्यवेशक्षक समूह ने भारत और पाकिस्तान दोनों से संपर्क किया था.
बल प्रयोग नहीं करने का किया था अनुरोध
डार ने जानकारी दी कि यूएन ने भारत और पाकिस्तान से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग न करने का अनुरोध किया था.
प्रदर्शनकारियों ने की एलओसी पार करने की बात
प्रदर्शनकारियों ने एलओसी पार करने की घोषणा की. सूत्रों के मुताबिक, वे चकोटी पहुंचेंगे, जहां अधिकारी उन्हें रोक लेंगे.
पाक विदेश मंत्री ने किया आग्रह
इस बीच, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अमेरिकी सीनेटर क्रिस वान होलेन से एलओसी पर जमीनी हालात देखने का आग्रह किया.
विदेश कार्यालय ने जारी बयान में कहा कि, होलेन ने अमेरिकी प्रभारी डी अफेयरेस राजदूत पॉल जोन्स के साथ शनिवार दोपहर मुलतान की यात्रा की.
कुरैशी ने राज्य के सीनेट विभाग, विदेशी संचालन और संबंधित कार्यक्रम विनियोग विधेयक 2020 में संशोधन के प्रस्ताव में सीनेटर की नेतृत्व की भूमिका की सराहना की, जो कि साफ तौर पर कश्मीर में मानवीय संकट के बारे में चिंता व्यक्त करता है.