यरूशलेम : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को सऊदी अरब पहुंचे और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से मुलाकात की. इस बात की जानकारी सोमवार को एक इजराइली अधिकारी ने दी.
नेतन्याहू इस उच्च-स्तरीय बैठक से पांच घंटे पहले तक रेड सी स्थित नेयोम शहर में रुके. इस दौरान उनके साथ मोसाद के खुफिया प्रमुख योसी कोहेन थे.
इससे पहले सोमवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बताया कि उन्होंने एक रात पहले सऊदी अरब के प्रिंस के साथ एक बैठक की थी. हालांकि, उन्होंने इजरायली नेता की कथित उपस्थिति का कोई उल्लेख नहीं किया था.
बता दें कि पोम्पियो इजराइल और खाड़ी के सात देशों की यात्रा पर हैं.
विदेश मंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलकर खुशी हुई. हमारी सुरक्षा और आर्थिक भागीदारी मजबूत है और हम इसे खाड़ी में घातक ईरानी प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अग्रिम प्रयासों, विजन 2030 योजना के तहत आर्थिक लक्ष्यों और मानव अधिकारों के लिए जारी रखेंगे.
पोम्पिओ ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डेलानो रूजवेल्ट और किंग अब्दुल अजीज अल सऊद ने 75 साल पहले पहली बार हमारे संबंधों की नींव रखी थी, संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब ने एक लंबा सफर तय किया है.
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बता दें कि इजरायल के नेता द्वारा सऊदी अरब की एक यात्रा, इजरायल के साथ खाड़ी देशों के संबंधों को बदलने के लिए एक वाटरशेड का कार्य करेगी, जिसे ट्रंप प्रशासन के आग्रह पर हाल के महीनों में बढ़ाया गया है.
माना जा रहा है कि हाल के वर्षों में इजराइल और सऊदी अरब के बीच संबंध बढ़ रहे हैं.
द टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, इस नीति का स्थान कथित रूप से क्राउन प्रिंस के नेतृत्व में हो रहा है, जो इजराइल को क्षेत्र में बढ़ते ईरानी प्रभाव के खिलाफ लड़ाई में एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देख रहा है.