बगदादः इराक के न्यायिक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार बगदाद की अदालत ने तीन फ्रांसीसी नागरिकों को मौत की सजा सुनाई है. इस्लामिक स्टेट समूह का सदस्य होने के कारण इन नागरिकों को मौत की सजा सुनाई गई है.
रविवार को अधिकारी ने कहा, ये तीन नागरिक 12 फ्रांसीसी नागरिकों में से एक थे, जिन्हें सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) ने जनवरी में इराक को सौंप दिया था. SDF ने हाल के महीनों में इराक के सैकड़ों संदिग्ध आईएस सदस्यों को सौंप दिया है.
इराकी अभियोजकों का कहना है कि 12 फ्रांसीसी नागरिकों पर आईएस से संबंधित होने का आरोप है, जिनसे इराक की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था. चरमपंथी समूह का संबंध इराक के आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत जेल या फांसी की सजा है.
तीनों पुरुष इराक में मौत की सजा पाने वाले पहले फ्रांसीसी आईएस सदस्य हैं.
फ्रांस की इस सजा पर कैसी प्रतिक्रिया होगी, ये स्पष्ट नहीं है. गौरतलब है कि फ्रांस में लगभग चार दशक पहले मौत की सजा खत्म कर दी गई है.
वहीं फ्रांस में मानवाधिकार समूहों और पुरुषों के अधिवक्ताओं का कहना है कि यह निश्चित नहीं है कि पुरुषों ने इराक में अपराध किए हैं, या कभी वे देश में भी थे. वे न्यायालयों की निष्पक्षता पर भी संदेह करते हैं, जिन्होंने इराकी संदिग्धों को सैकड़ों परीक्षणों में मौत की सजा सुनाई है.
पूर्वोत्तर सीरिया में आईएस के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व करने वाले कुर्दिश बलों द्वारा चलाए जा रहे शिविरों में महिलाएं और बच्चे दम तोड़ रहे हैं. कुर्दिश नेतृत्व वाले SDF ने हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया है.
इराकी राष्ट्रपति बरहम सालिह ने एक फरवरी की अपनी पेरिस यात्रा के दौरान कहा था कि 12 लोगों पर इराकी कानूनों के अनुसार मुकदमा चलाया जाएगा.
पिछले साल प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, आईएस या अन्य आतंकवादी-संबंधित अपराधों के आरोपों में इराक ने कम से कम 19,000 लोगों को हिरासत में लिया है, या लोगों को कैदी बनाया हुआ है, जिनमें से 3,000 से अधिक को मौत की सजा सुनाई गई है.