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फ्रांस के तीन नागरिकों को इराक की अदालत से मिली मौत की सजा, जानें कारण - इराकी राष्ट्रपति बरहम सालिह

इराक की एक अदालत ने देश की सुरक्षा के मद्देनजर तीन फ्रांसीसी नागरिकों को मौत की सजा सुनाई है. इन तीन लोगों पर इस्लामिक स्टेट (IS) का सदस्य होने का आरोप है. जानें क्या है पूरा मामला

ईराकी अदालत ने तीन ईराकी नागरिकों को सुनाई मौत की सजा
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Published : May 26, 2019, 11:56 PM IST

बगदादः इराक के न्यायिक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार बगदाद की अदालत ने तीन फ्रांसीसी नागरिकों को मौत की सजा सुनाई है. इस्लामिक स्टेट समूह का सदस्य होने के कारण इन नागरिकों को मौत की सजा सुनाई गई है.

रविवार को अधिकारी ने कहा, ये तीन नागरिक 12 फ्रांसीसी नागरिकों में से एक थे, जिन्हें सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) ने जनवरी में इराक को सौंप दिया था. SDF ने हाल के महीनों में इराक के सैकड़ों संदिग्ध आईएस सदस्यों को सौंप दिया है.

इराकी अभियोजकों का कहना है कि 12 फ्रांसीसी नागरिकों पर आईएस से संबंधित होने का आरोप है, जिनसे इराक की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था. चरमपंथी समूह का संबंध इराक के आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत जेल या फांसी की सजा है.

अदालत के इस फैसले ने हजारों विदेशी नागरिकों के चरमपंथी समूहों के साथ पूर्व में किये गए कानूनी व्यवहार के बारे में कई सवाल खड़े किए हैं.

तीनों पुरुष इराक में मौत की सजा पाने वाले पहले फ्रांसीसी आईएस सदस्य हैं.

फ्रांस की इस सजा पर कैसी प्रतिक्रिया होगी, ये स्पष्ट नहीं है. गौरतलब है कि फ्रांस में लगभग चार दशक पहले मौत की सजा खत्म कर दी गई है.

वहीं फ्रांस में मानवाधिकार समूहों और पुरुषों के अधिवक्ताओं का कहना है कि यह निश्चित नहीं है कि पुरुषों ने इराक में अपराध किए हैं, या कभी वे देश में भी थे. वे न्यायालयों की निष्पक्षता पर भी संदेह करते हैं, जिन्होंने इराकी संदिग्धों को सैकड़ों परीक्षणों में मौत की सजा सुनाई है.

पूर्वोत्तर सीरिया में आईएस के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व करने वाले कुर्दिश बलों द्वारा चलाए जा रहे शिविरों में महिलाएं और बच्चे दम तोड़ रहे हैं. कुर्दिश नेतृत्व वाले SDF ने हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया है.

इराकी राष्ट्रपति बरहम सालिह ने एक फरवरी की अपनी पेरिस यात्रा के दौरान कहा था कि 12 लोगों पर इराकी कानूनों के अनुसार मुकदमा चलाया जाएगा.

पिछले साल प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, आईएस या अन्य आतंकवादी-संबंधित अपराधों के आरोपों में इराक ने कम से कम 19,000 लोगों को हिरासत में लिया है, या लोगों को कैदी बनाया हुआ है, जिनमें से 3,000 से अधिक को मौत की सजा सुनाई गई है.

बगदादः इराक के न्यायिक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार बगदाद की अदालत ने तीन फ्रांसीसी नागरिकों को मौत की सजा सुनाई है. इस्लामिक स्टेट समूह का सदस्य होने के कारण इन नागरिकों को मौत की सजा सुनाई गई है.

रविवार को अधिकारी ने कहा, ये तीन नागरिक 12 फ्रांसीसी नागरिकों में से एक थे, जिन्हें सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) ने जनवरी में इराक को सौंप दिया था. SDF ने हाल के महीनों में इराक के सैकड़ों संदिग्ध आईएस सदस्यों को सौंप दिया है.

इराकी अभियोजकों का कहना है कि 12 फ्रांसीसी नागरिकों पर आईएस से संबंधित होने का आरोप है, जिनसे इराक की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था. चरमपंथी समूह का संबंध इराक के आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत जेल या फांसी की सजा है.

अदालत के इस फैसले ने हजारों विदेशी नागरिकों के चरमपंथी समूहों के साथ पूर्व में किये गए कानूनी व्यवहार के बारे में कई सवाल खड़े किए हैं.

तीनों पुरुष इराक में मौत की सजा पाने वाले पहले फ्रांसीसी आईएस सदस्य हैं.

फ्रांस की इस सजा पर कैसी प्रतिक्रिया होगी, ये स्पष्ट नहीं है. गौरतलब है कि फ्रांस में लगभग चार दशक पहले मौत की सजा खत्म कर दी गई है.

वहीं फ्रांस में मानवाधिकार समूहों और पुरुषों के अधिवक्ताओं का कहना है कि यह निश्चित नहीं है कि पुरुषों ने इराक में अपराध किए हैं, या कभी वे देश में भी थे. वे न्यायालयों की निष्पक्षता पर भी संदेह करते हैं, जिन्होंने इराकी संदिग्धों को सैकड़ों परीक्षणों में मौत की सजा सुनाई है.

पूर्वोत्तर सीरिया में आईएस के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व करने वाले कुर्दिश बलों द्वारा चलाए जा रहे शिविरों में महिलाएं और बच्चे दम तोड़ रहे हैं. कुर्दिश नेतृत्व वाले SDF ने हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया है.

इराकी राष्ट्रपति बरहम सालिह ने एक फरवरी की अपनी पेरिस यात्रा के दौरान कहा था कि 12 लोगों पर इराकी कानूनों के अनुसार मुकदमा चलाया जाएगा.

पिछले साल प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, आईएस या अन्य आतंकवादी-संबंधित अपराधों के आरोपों में इराक ने कम से कम 19,000 लोगों को हिरासत में लिया है, या लोगों को कैदी बनाया हुआ है, जिनमें से 3,000 से अधिक को मौत की सजा सुनाई गई है.

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IRAQ-FRENCH-LD ISIS
Iraqi court sentences 3 French members of IS to death

         Baghdad, May 26 (AP) A Baghdad court Sunday sentenced to death three French citizens for being members of the Islamic State group, an Iraqi judicial official said.
         The verdict raised fresh questions about the legal treatment of thousands of foreign nationals formerly with the extremist group.
         The official said the three were among 12 French citizens whom the US-backed Syrian Democratic Forces handed over to Iraq in January.
         They can appeal the sentences within a month, according to the official.
         The official spoke on condition of anonymity because he wasn't authorised to speak to the media.
         Iraqi President Barham Saleh had said during a February visit to Paris that the 12 will be prosecuted in accordance with Iraqi laws.
         The SDF has handed over to Iraq hundreds of suspected IS members in recent months.
         The trials of the French nationals in Baghdad raise the difficult question of whether foreign IS suspects should be tried and punished in the country of their alleged crimes, even when there are serious doubts about the impartiality of the courts in Iraq and Syria.
         The thousands of men and women who came from around the world to join the self-styled Islamic caliphate have been left in limbo following the group's territorial defeat earlier this year in Syria.
         Many of their home countries hesitate to take back citizens they see as having gone willingly to join the extremist group.
         In March, Prime Minister Adel Abdul-Mahdi asserted Iraq's authority to try foreign IS suspects detained in Syria because "the battlefields were one."          The three men are the first French IS members to receive death sentences in Iraq.
         It wasn't immediately clear how France, which abolished the death penalty nearly four decades ago, will react to the sentence.
         It could be a test for how the international community handles the thousands of foreign nationals who stayed, or were trapped, with the Islamic State group through its dying days.
         The women and children are languishing in camps run by the Kurdish forces that led the fight against IS in northeast Syria, where the militants made their last stand.
         Thousands more men are detained by the Kurdish-led SDF, held in jails in northeast Syria on the suspicion that they fought for IS.
         Iraqi prosecutors say the 12 French nationals are accused of belonging to IS, were parties or accomplices to its crimes, and threatened the national security of Iraq.
         Simply belonging to the extremist group is punishable by life in prison or execution under Iraq's counter-terrorism laws.
         A French diplomatic official, speaking on condition of anonymity to speak freely about policy, said France recognizes the right of Iraq to try people for crimes committed in Iraq.
         But human rights groups and advocates of the men in France say it is not certain that the men committed crimes in Iraq, or if they were even ever in the country.
         They also doubt the impartiality of the courts, which have handed down hundreds of death sentences to Iraqi suspects in trials that run for just a few minutes.
         Iraq has detained or imprisoned at least 19,000 people accused of connections to IS or other terror-related offences, and sentenced more than 3,000 of them to death, according to an analysis by The Associated Press last year.(AP)         
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05262019
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