काबुल : भारत और अफगानिस्तान ने रविवार को शैक्षणिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पांच समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. ये समझौते अफगानिस्तान में भारत सरकार द्वारा कार्यान्वित उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (HICDP) के अंतर्गत किए गए हैं.
इन समझौतों के तहत भारत सरकार अफगानिस्तान के चार प्रांतों- नूरिस्तान, फराह, बदख्शां और कपिसा में शैक्षणिक बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा.
काबुल में भारतीय राजदूत विनय कुमार, अफगानिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री मुस्तफा मस्तूर, उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल तव्वाब बलकारजई और उप-शिक्षा मंत्री अब्दुल सुब्हान रऊफ ने हस्ताक्षर किए.
भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि भारत और अफगानिस्तान ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर कर एक बार फिर अपनी विकास साझेदारी को मजबूत किया. बयान के मुताबिक, इन समझौतों के तहत आने वाली परियोजनाएं कक्षाओं (क्लासरूम) के निर्माण, उच्च शिक्षा भवन के निर्माण और अल-बिरूनी यूनिवर्सिटी परिसर के भीतर सड़क निर्माण से संबंधित हैं.
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भारत सरकार ने 2005 के बाद अफगानिस्तान में 550 से अधिक विकास परियोजनाओं में 200 मिलियन डॉलर का सहयोग किया है. इनमें से 400 से अधिक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जबकि अन्य परियोजनाओं को पूरा करने का कार्य जारी है.
भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत सरकार अफगान सरकार और वहां के लोगों की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के आधार पर भारत-अफगानिस्तान विकास साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.