कराची : पाकिस्तान के शीर्ष विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह कोविड-19 के लिए कम संख्या में हो रहे परीक्षण क्षमता कर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान परीक्षण क्षमता को कम करके यह संदेश देना चाहते हैं कि देश में स्मार्ट लॉकडाउन नीतियों के कारण कोोरना के मामलों की संख्या कम हो रही है.
बिलावल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार ने कोविड-19 परीक्षण क्षमता को कम करके लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है.
उन्होंने कहा, 'वह दावा करते हैं कि देश में कोरोना वायरस के मामलों का ग्राफ नीचे जा रहा है.'
मार्च के बाद से, पाकिस्तान ने 2,50,066 पॉजिटिव कोविड-19 मामले सामने आए हैं और संक्रमण के कारण 5,366 लोगों की मौत हो चुकी है. पाकिस्तान दावा करता है कि अब तक वहां1,70,656 मरीज ठीक हो चुके हैं.
गौरतलब है कि बिलावल की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) द्वारा शासित दक्षिणी सिंध प्रांत में सबसे अधिक 1,07,773 मामलों की पुष्टि की गई है.
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बिलावल ने कहा, 'यदि आप परीक्षण बंद कर देते हैं, तो ग्राफ (स्पष्ट रूप से) नीचे चला जाएगा, लेकिन उतने ही लोग बीमार पड़ेंगे और मर जाएंगे.'
उन्होंने कहा, 'वह अपनी नीतियों से लोगों के जीवन और स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहे हैं. वह परीक्षण क्षमता को कम कर रहे हैं. यह लोगों के खिलाफ एक साजिश है, वह किसी को भी बेवकूफ नहीं बना रहे हैं.'
बिलावल ने दावा किया कि सिंध में अभी भी प्रति व्यक्ति कोविड-19 परीक्षण की दर देश में सबसे अधिक है और यहां ICU और उच्च निर्भरता इकाई (HDU) बेड की अधिकतम संख्या है.