कोलंबो : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कैंडी शहर में श्रीलंका के बौद्ध बहुल आबादी के प्रमुख तीर्थ स्थल ऐतिहासिक 'टेम्पल ऑफ द सैक्रेड टूथ रेलिक' (temple of the Sacred Tooth Relic) में दर्शन किए और भारतीय तथा श्रीलंकाई लोगों के कुशलक्षेम और समृद्धि तथा अपने सदियों पुराने संबंधों को मजबूत करने की कामना की.
श्रृंगला चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार को श्रीलंका पहुंचे. यात्रा के दौरान वह राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे समेत शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे तथा भारत और द्वीपीय देश के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे.
श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, 'विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने श्री दलदा मालीगाव में आशीर्वाद लेते हुए अपनी यात्रा शुरू की. मंदिर के माननीय दियावदने निलामे ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.' दियावदने निलामे इस मंदिर के मुख्य संरक्षक का पद है.
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देश के मध्य प्रांत में स्थित श्री दलदा मालीगाव या टेम्पल ऑफ द सैक्रेड टूथ रेलिक विश्व विख्यात प्रार्थना स्थल है जहां गौतम बुद्ध का दंत रखा हुआ है.
कैंडी में भारत के सहायक उच्चायोग ने ट्वीट किया, 'विदेश सचिव ने भारत और श्रीलंका के लोगों के कुशलक्षेम तथा समृद्धि और उनके दशकों पुराने संबंधों को मजबूत करने की प्रार्थना की.'
त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म का दौरा किया
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने श्रीलंका के बंदरगाह जिले त्रिंकोमाली में द्वितीय विश्व युद्ध के समय के तेल भंडारण संयंत्र का दौरा किया.
पूर्वी तट पर स्थित त्रिंकोमाली रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है और दशकों से भारत तथा श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी की प्रमुख कड़ी रहा है.
भारत की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की श्रीलंकाई सहायक कंपनी लंका आईओसी के पास 2002 के बाद से इस संयंत्र में 35 साल के लिए 99 टैंकों के पट्टे का अधिकार है. इसके लिए हर साल एक लाख डॉलर का भुगतान किया जाता है.
भारतीय उच्चायोग के अनुसार एलआईओसी ने विदेश सचिव को टैंक फार्म में किए गए विकास और दोनों देशों के बीच ऊर्जा साझेदारी को और मजबूत करने की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी.
(पीटीआई-भाषा)