नई दिल्ली/सैन फ्रांसिस्को: गूगल, एप्पल और अमेजन के बाद अब फेसबुक नवीनतम टेक दिग्गज है, जो अपने मैसेंजर एप पर की गई आपकी बातचीत को सुनने और उसका अनुलेखन करने के लिए थर्ड-पार्टी कांटैक्टर्स को भुगतान कर रही थी. फेसबुक के एक प्रवक्ता ने सीएनईटी को मंगलवार देर रात बताया, 'एप्पल और गूगल की तरह ही हमने ऑडियो को मनुष्य द्वारा समीक्षा के एक हफ्ते पहले ही रोक दिया है.'
इससे पहले, ब्लूमबर्ग ने रिपोर्ट में बताया फेसबुक के ऐसे कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई थी. कांट्रैक्टर्स को हालांकि जानकारी नहीं होती है कि उन ऑडियो को कहा रिकार्ड किया गया और उसे किस प्रकार प्राप्त किया गया.
साल 2015 से ही फेसबुक मैसेंजर ने वीडियो क्लिप्स को टेक्टस में अनुलेखन करने के फीचर की पेशकश कर रही थी, हालांकि बाईडिफाल्ट यह बंद होता है.
रिपोर्ट में कहा गया, 'फेसबुक ने कहा कि प्रभावित यूजस ने अपने मैसेंजर सेटिंग्स में अपने वॉयस चैट के अनुलेखन को मंजूरी देने का विकल्प चुना था.'
एप्पल, गूगल और अमेजन ने हाल में ही यूजर के ऑडियो रिकार्डिग्स की मनुष्य द्वारा की जानेवाली समीक्षा को रोक दिया है, जब ऐसी रिपोर्टें सामने आई कि ये कंपनियां यूजर्स की वॉयस रिकार्डिग्स थर्ड पार्टी कांट्रैक्टर्स को सुना रही है.
विवादों का सामना करने के बाद गूगल और एप्पल दोनों ने ही यूजर्स की बातचीत की जासूसी बंद कर दी.