बीजिंग : चीन में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किये गए कनाडा के एक और नागरिक के खिलाफ बीजिंग में सोमवार से मुकदमे की सुनवाई शुरू हो गई.
चीनी दूरसंचार कंपनी हुवावे के एक वरिष्ठ अधिकारी मेंग वानझोउ की दिसंबर 2019 में हुई गिरफ्तारी पर संभवत: जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने एनालिस्ट एवं पूर्व राजनयिक माइकल कोवरिग को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ बीजिंग में सुनवाई शुरू हो गई.
इससे पहले, शुक्रवार को उत्तर पूर्व शहर दांडोंग में उद्यमी माइकल स्पावोर के खिलाफ शुरूआती सुनवाई हुई थी.
हालांकि, कनाडाई राजनयिकों को सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं होने दिया गया और उनसे कहा गया कि कथित सुरक्षा कारणों को लेकर सुनवाई बंद कमरे में हो होगी.
बीजिंग के नंबर दो इंटरमीडिएट कोर्ट के बाहर कनाडाई दूतावास के उप मिशन प्रमुख जिम निकेल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें बताया गया है कि सुनवाई शुरू हो गई है, लेकिन अंदर नहीं जाने दिया गया.
निकेल ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन सहित 26 देशों ने इस मामले में कनाडा को अपना समर्थन दिया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है सुनवाई कब तक चलेगी या फैसला कब सुनाया जाएगा.
वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने दोपहर में प्रेस वार्ता में कहा, 'कनाडाई पक्ष ने कनाडा के नागरिकों से जुड़े मामले से निपटने के चीन के कानून पर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की, जो चीन की न्यायिक संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन है.'
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दोनों कनाडाई नागरिकों को करीब-करीब साल भर पहले चीन में हिरासत में लिया गया था. उन्हें जून 2020 में चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आरोपित किया गया था.
मेंग को अमेरिका के अनुरोध पर ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था. धोखाधड़ी के आरोपों में अमेरिका को मेंग की तलाश थी.
इस बीच, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बंद कमरे में सुनवाई को लेकर चीनी की आलोचना की है. उन्होंने कहा, 'उनकी मनमाने तरीके से गिरफ्तारी पूरी तरह से अस्वीकार्य है. '