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पाकिस्तान में टिड्डियों पर नियंत्रण को चीन भेजेगा 'डक आर्मी'

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Published : Feb 27, 2020, 6:54 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 6:57 PM IST

पाकिस्तान टिड्डी दल के हमले से जूझ रहा है और उसकी मदद करने के लिए चीन लगभग एक लाख बतखों को वहां भेजने की तैयारी कर रहा है. एक स्थानीय अखबार में यह बात कही गई, हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पढ़ें पूरी खबर...

duck army of china for locusts
डिजाइन फोटो

बीजिंग : टिड्डी दल के आतंक से जूझ रहे पाकिस्तन की मदद करने के लिए उसका सदाबहार दोस्त चीन एक बार फिर सामने आया है. इस बार टिड्डियों से लड़ने के लिए चीन एक लाख बतखों की सेना को पीकिस्तान भेजेगा. यह बात एक स्थानीय अखबार में कही गई.

टिड्डियों को खाने वाली बतखों को चीन के पूर्वी प्रांत झेजियांग से भेजा जाएगा. इससे पहले चीनी विशेषज्ञों के दल को पाकिस्तान भेज चुका है. बता दें टिड्डी दल का यह हमला 20 वर्ष में सबसे बुरा है.

20 वर्ष पहले चीन ने ऐसे ही हमले से लड़ेन के लिए बतखों का इस्तेमाल किया था, क्योंकि उनके प्राकृतिक आहार में कीड़े शामिल हैं और उन्हें उसमें सफलता भी मिली थी.

एक स्थानीय अखबार ने प्रोविंशियल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता लू लिझी के हवाले से कहा कि उनका उपयोग कीटनाशकों के उपयोग की तुलना में बहुत कम महंगा और पर्यावरण के लिए कम हानिकारक है.

पढ़ें-पूर्वी अफ्रीका में तबाही लाने के बाद सोमालिया पहुंचा टिड्डी दल

शोधकर्ता ने बताया कि एक बतख एक दिन में लगभगन 200 टिड्डियों को खा सकता है.

पाकिस्तान पर टिड्डी दल ने पिछले पहले हमला किया था और कपास की फसल को चट करने के बाद अब वह गेहूं की फसल चट करने में लगी हैं.

बीजिंग : टिड्डी दल के आतंक से जूझ रहे पाकिस्तन की मदद करने के लिए उसका सदाबहार दोस्त चीन एक बार फिर सामने आया है. इस बार टिड्डियों से लड़ने के लिए चीन एक लाख बतखों की सेना को पीकिस्तान भेजेगा. यह बात एक स्थानीय अखबार में कही गई.

टिड्डियों को खाने वाली बतखों को चीन के पूर्वी प्रांत झेजियांग से भेजा जाएगा. इससे पहले चीनी विशेषज्ञों के दल को पाकिस्तान भेज चुका है. बता दें टिड्डी दल का यह हमला 20 वर्ष में सबसे बुरा है.

20 वर्ष पहले चीन ने ऐसे ही हमले से लड़ेन के लिए बतखों का इस्तेमाल किया था, क्योंकि उनके प्राकृतिक आहार में कीड़े शामिल हैं और उन्हें उसमें सफलता भी मिली थी.

एक स्थानीय अखबार ने प्रोविंशियल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता लू लिझी के हवाले से कहा कि उनका उपयोग कीटनाशकों के उपयोग की तुलना में बहुत कम महंगा और पर्यावरण के लिए कम हानिकारक है.

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शोधकर्ता ने बताया कि एक बतख एक दिन में लगभगन 200 टिड्डियों को खा सकता है.

पाकिस्तान पर टिड्डी दल ने पिछले पहले हमला किया था और कपास की फसल को चट करने के बाद अब वह गेहूं की फसल चट करने में लगी हैं.

Last Updated : Mar 2, 2020, 6:57 PM IST
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