ढाका : दक्षिणी बांग्लादेश स्थित एक शिविर में शुक्रवार को रोहिंग्या शरणार्थियों (Rohingya refugees) के दो समूहों के बीच हिंसक झड़प होने से सात शरणार्थियों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए.
शिविर की सुरक्षा का काम संभालने वाले सशस्त्र पुलिस बटालियन के कमांडर शिहाब कैसर खान ने बताया कि झड़प कॉक्स बाजार जिले में हुई, जब एक समूह ने गोलीबारी कर दी, जिससे मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई. तीन लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुईं. वहीं, घायलों का इलाज चल रहा है.
दोनों समूह के बीच झड़प किस बात को लेकर हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं है. हालांकि, स्थानीय मीडिया का कहना है कि दोनों पक्षों में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर शिविर में वर्चस्व स्थापित करने के लिए आपस में झगड़ा चल रहा था.
बांग्लादेश के अधिकारियों ने बताया कि पहले कुछ रोहिंग्या समूह अपहरण तथा फिरौती वसूलने जैसे गंभीर अपराधों में भी लिप्त थे और वे म्यांमा से मादक पदार्थों की तस्करी भी करते थे, जहां वे बांग्लादेश आने से पहले रहते थे.
शिविर में तलाशी अभियान
खान ने बताया कि रोहिंग्या समुदाय के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं. हालांकि, उन्होंने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्धों का पता लगाने के लिए शिविर में तलाशी कर रही है.
रोहिंग्या शरणार्थियों के एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि की उखिया स्थित शिविर में गोली मारकर हत्या करने के लगभग तीन सप्ताह बाद शुक्रवार को हिंसा की यह घटना सामने आई. म्यांमार के करीब 11 लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों ने तमाम तरह के उत्पीड़न से परेशान होकर बांग्लादेश में पनाह ली है.
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(पीटीआई-भाषा)