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118 एप्स पर बैन से बौखलाया चीन, लगाया दुर्व्यवहार का आरोप - राष्ट्रीय सुरक्षा

भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय ने पबजी समेत 118 एप्स पर बैन लगा दिया है. इस पर चीन ने प्रतिक्रिया देते हुए फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है. चीन ने अपने सरकारी अखबार में लिखा है कि यह विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन है. पढ़ें विस्तार से...

gao feng
गाओ फेंग
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Published : Sep 3, 2020, 6:10 PM IST

बीजिंग : भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 118 एप्स पर बैन लगा दिया है. इसमें पबजी भी शामिल है. भारत द्वारा उठाए गए इस कदम पर चीन ने आपत्ति जताई है.

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने गुरूवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में इस फैसले पर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत 'राष्ट्रीय सुरक्षा' के विषय में दुर्व्यवहार कर रहा है और भारत का यह कदम विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन करता है.

उन्होंने कहा कि चीन की सरकार हमेशा चीनी कंपनियों से अंतरराष्ट्रीय नियमों और स्थानी कानूनों का पालन करने के लिए कहती रही है.

उन्होंने कहा, 'हम आशा करते हैं कि भारतीय पक्ष चीनी पक्ष के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच बहुत मेहनत से हासिल किए गए सहयोग और विकास को जारी रखेगा जिससे एक ऐसा खुला और निष्पक्ष व्यवसाय का माहौल बन सके जिसमें अंतरराष्ट्रीय निवेशक और सेवादाता कंपनियां आ सकें जिनमें कि चीनी कंपनियां भी शामिल हों.'

बता दें कि सरकार ने 118 ऐसे एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा हैं.

पढ़ें :- नेपाल सीमा पर भारत विरोधी प्रदर्शन को फंडिंग कर रहा चीन

बैन किए गए एप्स में बेहद लोकप्रिय गेम पबजी भी शामिल है. इसके अलावा लिविक, वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, एपलॉक, कैरम फ्रेंड्स जैसे मोबाइल एप्स पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.

बीजिंग : भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 118 एप्स पर बैन लगा दिया है. इसमें पबजी भी शामिल है. भारत द्वारा उठाए गए इस कदम पर चीन ने आपत्ति जताई है.

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने गुरूवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में इस फैसले पर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत 'राष्ट्रीय सुरक्षा' के विषय में दुर्व्यवहार कर रहा है और भारत का यह कदम विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन करता है.

उन्होंने कहा कि चीन की सरकार हमेशा चीनी कंपनियों से अंतरराष्ट्रीय नियमों और स्थानी कानूनों का पालन करने के लिए कहती रही है.

उन्होंने कहा, 'हम आशा करते हैं कि भारतीय पक्ष चीनी पक्ष के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच बहुत मेहनत से हासिल किए गए सहयोग और विकास को जारी रखेगा जिससे एक ऐसा खुला और निष्पक्ष व्यवसाय का माहौल बन सके जिसमें अंतरराष्ट्रीय निवेशक और सेवादाता कंपनियां आ सकें जिनमें कि चीनी कंपनियां भी शामिल हों.'

बता दें कि सरकार ने 118 ऐसे एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा हैं.

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बैन किए गए एप्स में बेहद लोकप्रिय गेम पबजी भी शामिल है. इसके अलावा लिविक, वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, एपलॉक, कैरम फ्रेंड्स जैसे मोबाइल एप्स पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.

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