बीजिंग/वियनतियाने : चीन ने शुक्रवार को लाओस से अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) परियोजना की पहली सीमा पारीय ट्रेन की शुरूआत की, जिसके बारे में उसका कहना है कि इससे दक्षिण पूर्व में छोटे और चारों ओर से भूमि से घिरे देशों के बीच भू संपर्क बढ़ाने, क्षेत्रीय संपर्क कायम करने आपूर्ति श्रृंखला को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और लाओस के राष्ट्रपति थोंगलून सिसोलिथ संयुक्त रूप से शुक्रवार को वीडियो लिंक के माध्यम से चीन और लाओस के बीच इस रेलवे सेवा की शुरूआत के गवाह बने.
सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि चीन-लाओस रेलवे की पहली ट्रेन सीमा पार रेलवे के आधिकारिक रूप से संचालन के तुरंत बाद वियनतियाने से रवाना हुई. चीन के अलावा, लाओस की सीमायें वियतनाम, थाइलैंड, म्यामां और कंबोडिया से लगती हैं, जिन्होंने बीजिंग को उन देशों में ट्रेन परियोजना का विस्तार करने की पेशकश की.
लाओस दक्षिण पूर्व एशिया का एकमात्र ऐसा देश है जो चारों ओर से जमीन से घिरा है जहां, चीन की तरह ही एक ही पार्टी लाओ पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी का शासन है और यह एक समाजवादी गणराज्य है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 1,035 किलोमीटर का विद्युतीकृत यात्री और कार्गो रेलवे, दक्षिण-पश्चिम चीन के यूनान प्रांत में कुनमिंग को लाओस की राजधानी वियनतियाने से जोड़ता है.
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लाओस में सीमावर्ती शहर बोटेन से वियनतियाने तक खंड का निर्माण दिसंबर 2016 में शुरू हुआ, और चीन में युक्सी शहर से मोहान के सीमावर्ती शहर तक खंड का निर्माण दिसंबर 2015 में शुरू हुआ था.
(पीटीआई-भाषा)