बीजिंगः कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन (Prime Minister Hun Sen) के साथ बैठक में अमेरिकी उप विदेश मंत्री (US Deputy Secretary of State) वेंडी शर्मन (Wendy Sherman) ने रीअम नौसैन्य केंद्र (Ream Naval Base) पर चीन की निर्माण गतिविधियों को लेकर चर्चा की.
शर्मन ने रीअम में अमेरिकी मदद से बनाई गई दो इमारतों को बिना किसी सूचना के ध्वस्त किए जाने पर स्पष्टीकरण मांगा और कहा कि कंबोडिया में (चीनी) सैन्य केंद्र से उसकी संप्रभुता को नुकसान होगा, क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचेगा और अमेरिका-कंबोडिया के संबंधों पर असर पड़ेगा.
इससे पहले चीन ने गुरुवार को कहा कि कंबोडिया के साथ उसके संबंधों ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में सकारात्मक योगदान दिया है. इससे पहले अमेरिका ने दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश कंबोडिया में चीनी सेना की मौजूदगी पर चिंता प्रकट की थी.
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बीजिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (Wang Wenbin) ने कहा कि चीन और कंबोडिया में पारंपरिक मित्रता है और समग्र रणनीतिक और सहयोगात्मक भागीदारी है.
वांग ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में चीन-कंबोडिया की महत्वपूर्ण भागीदारी है जिससे दोनों देशों के लोगों को फायदा हुआ है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में इसने योगदान दिया है.
शर्मन ने थाइलैंड के दौरे के दौरान भी यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि रीअम में चीन की मौजूदगी और कंबोडिया के मानवाधिकार और लोकतंत्र विरोधी रुख समेत देश (कंबोडिया) जिस दिशा में जा रहा है, उस बारे में उन्होंने हुन सेन के साथ बातचीत की.
(पीटीआई-भाषा)