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इस्लाम, मुसलमानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर एक चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज

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Published : Jul 1, 2021, 1:14 PM IST

इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने चिकित्सक खो क्वांग पो के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है. वहीं, डॉ. खो क्वांग पो ने पुलिस में शिकायत की जानकारी ना होने की बात कहते हुए मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज
चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज

सिंगापुर : इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने चिकित्सक खो क्वांग पो के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
डॉ. खो क्वांग पो हाल ही में एक पत्र लिखने के बाद चर्चा में आए थे, जिसमें युवाओं के लिए सिंगापुर के कोविड-19(covid-19) टीकाकरण कार्यक्रम को रोकने का आह्वान किया गया था. डॉ. क्वांग इस पत्र के सह लेखक थे.

द स्ट्रेट्स टाइम्स की एक खबर के अनुसार, फेसबुक पर लिखी पोस्ट (post on facebook)के सिलसिले में पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है. वहीं, डॉ. खो क्वांग पो ने पुलिस में शिकायत की जानकारी ना होने की बात कहते हुए मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. खबर के अनुसार, हाल ही में कई वेबसाइट पर मुसलमानों और इस्लाम पर टिप्पणी करने वाले डॉ. खो के कथित फेसबुक पोस्ट के स्क्रीनशॉट प्रकाशित हुए थे. पिछले साल एक पोस्ट में खो ने कथित तौर पर कहा था कि मुसलमानों से बहुत अधिक हिंसा जुड़ी है. 2019 की एक पोस्ट में उन्होंने सवाल उठाया था कि इस धर्म (इस्लाम) को आलोचकों से बचाव की जरूरत क्यों है?


एमआरएनए टीके की दूसरी खुराक ...
गौरतलब है कि डॉ. खो ने हाल ही में फेसबुक पर सिंगापुर की कोविड-19 टीकाकरण पर बनी विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर बेंजामिन ओंग को एक पत्र लिखा था. इस पत्र पर चार अन्य चिकित्सकों ने भी हस्ताक्षर किए थे. अमेरिका में एमआरएनए टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद 13 वर्षीय लड़के की कथित तौर पर ह्रदयगति रूकने से मौत के मामले की जांच ‘सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ द्वारा शुरू करने की पृष्ठभूमि में चिकित्सकों ने सिंगापुर में युवाओं का टीकाकरण बंद करने की मांगी की थी.

पढ़ें :मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दहेज के खिलाफ छेड़ा अभियान, मस्जिदों में निकाह की अपील


कोविड-19 टीकाकरण पर सिंगापुर की विशेषज्ञ समिति ने चिकित्सकों द्वारा लिखे गए खुले पत्र के जवाब में कहा कि कोविड-19 रोधी एमआरएनए ( Messenger RNA )टीके के लाभ उसके जोखिम से कहीं अधिक हैं. समिति ने कहा था कि पत्र में जिस 13 वर्षीय लड़के की मौत का जिक्र किया गया है, उसकी मौत के कारण की सार्वजनिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई है और अमेरिकी अधिकारी अभी उस मामले की जांच कर रहे हैं.

(भाषा)

सिंगापुर : इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने चिकित्सक खो क्वांग पो के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
डॉ. खो क्वांग पो हाल ही में एक पत्र लिखने के बाद चर्चा में आए थे, जिसमें युवाओं के लिए सिंगापुर के कोविड-19(covid-19) टीकाकरण कार्यक्रम को रोकने का आह्वान किया गया था. डॉ. क्वांग इस पत्र के सह लेखक थे.

द स्ट्रेट्स टाइम्स की एक खबर के अनुसार, फेसबुक पर लिखी पोस्ट (post on facebook)के सिलसिले में पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है. वहीं, डॉ. खो क्वांग पो ने पुलिस में शिकायत की जानकारी ना होने की बात कहते हुए मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. खबर के अनुसार, हाल ही में कई वेबसाइट पर मुसलमानों और इस्लाम पर टिप्पणी करने वाले डॉ. खो के कथित फेसबुक पोस्ट के स्क्रीनशॉट प्रकाशित हुए थे. पिछले साल एक पोस्ट में खो ने कथित तौर पर कहा था कि मुसलमानों से बहुत अधिक हिंसा जुड़ी है. 2019 की एक पोस्ट में उन्होंने सवाल उठाया था कि इस धर्म (इस्लाम) को आलोचकों से बचाव की जरूरत क्यों है?


एमआरएनए टीके की दूसरी खुराक ...
गौरतलब है कि डॉ. खो ने हाल ही में फेसबुक पर सिंगापुर की कोविड-19 टीकाकरण पर बनी विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर बेंजामिन ओंग को एक पत्र लिखा था. इस पत्र पर चार अन्य चिकित्सकों ने भी हस्ताक्षर किए थे. अमेरिका में एमआरएनए टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद 13 वर्षीय लड़के की कथित तौर पर ह्रदयगति रूकने से मौत के मामले की जांच ‘सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ द्वारा शुरू करने की पृष्ठभूमि में चिकित्सकों ने सिंगापुर में युवाओं का टीकाकरण बंद करने की मांगी की थी.

पढ़ें :मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दहेज के खिलाफ छेड़ा अभियान, मस्जिदों में निकाह की अपील


कोविड-19 टीकाकरण पर सिंगापुर की विशेषज्ञ समिति ने चिकित्सकों द्वारा लिखे गए खुले पत्र के जवाब में कहा कि कोविड-19 रोधी एमआरएनए ( Messenger RNA )टीके के लाभ उसके जोखिम से कहीं अधिक हैं. समिति ने कहा था कि पत्र में जिस 13 वर्षीय लड़के की मौत का जिक्र किया गया है, उसकी मौत के कारण की सार्वजनिक तौर पर जानकारी नहीं दी गई है और अमेरिकी अधिकारी अभी उस मामले की जांच कर रहे हैं.

(भाषा)

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