लाहौर : पाकिस्तान में लाहौर पुलिस ने बुधवार को गुंडागर्दी और सरकारी अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में मामला दर्ज किया. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के 58 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया और लाहौर की एक सत्र अदालत ने उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया.
इसके अलावा मरियम और उनके पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) मोहम्मद सफदर और विपक्षी दल के 35 जनप्रतिनिधि उन लोगों में शामिल हैं, जिनके खिलाफ पाकिस्तानी दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
लाहौर में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) कार्यालय के बाहर मंगलवार को हिंसा भड़क उठी जब भूमि अधिग्रहण मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए मरियम वहां पहुंची. इसके कुछ ही देर बाद पीएमएल-एन कार्यकर्ताओं और भारी पुलिस दल के बीच झड़प हो गयी.
इस झड़प में पीएमएल-एन के कई कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिसकर्मियों और एनएबी अधिकारियों को भी चोटें आईं.
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एनएबी की शिकायत पर पीएमएल-एन के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. एनएबी ने घटना के बारे में अपने बयान में कहा कि मरियम को अपना बयान दर्ज करने के लिए 'व्यक्तिगत' रूप से बुलाया गया था, लेकिन पेश होने के बदले उन्होंने पीएमएल-एन कार्यकर्ताओं के जरिए संगठित तरीके से गुंडागर्दी की और पथराव किया.
समाचार पत्र डॉन ने बयान के हवाले से कहा, '20 साल में पहली बार किसी संवैधानिक और राष्ट्रीय संस्था के खिलाफ ऐसा रवैया देखा गया जिसमें न केवल इमारत की खिड़कियां टूट गईं, बल्कि कर्मचारी भी घायल हो गए.