ढाका : बांग्लादेश ने सोमवार को चक्रवाती तूफान अम्फान दक्षिणी तटों की ओर मुड़ जाने की वजह से 20 लाख लोगों को वह क्षेत्र खाली करने का आदेश जारी किया है. आधिकारिक रूप से इस तूफान को बहुत गंभीर माना जा रहा है.
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के सचिव शाह कमल ने कहा, ' तूफान की चपेट में आने वाले संभावित पश्चिमी तट के किनारे स्थित 19 जिलों के प्रशासन को लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए पूरी तैयारी करने को कहा गया है.'
कमल ने कहा कि स्थानीय तूफान के संभावित खतरे को देखते हुए 18 से 20 लाख लोगों को स्थानांतरित करने के लिए निर्देशित किया गया है.
मौसम वैज्ञानिको ने कहा है कि अम्फान तूफान पश्चिमी प्रशांत में सुपर टाइफून के बराबर की ताकत से आगे बढ़ रहा है.
सोमवार दोपहर को बांग्लादेश कार्यालय को मिली जानकारी के बाद उसने अपने दक्षिण-पश्चिमी समुद्री बंदरगाहों, मोंगला और पायरा के क्षेत्रों के लिए 10 के पैमाने के खतरे का संकेतों में संख्या 7 के खतरे को जारी किया है.
वहीं दक्षिणपूर्वी तट पर चट्टोग्राम और कॉक्स बाजार के दो अन्य बंदरगाहों को भी खतरे के संकेत संख्या छह में रखे जाने की सलाह दी गई है.
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दूसरी तरफ मौसम विज्ञानिकों ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में शक्तिशाली चक्रवात सीधे तौर पर भारत की सीमा से सटे बांग्लादेश के समुद्र तटों की ओर बढ़ रहा है, जिससे दोनों देशों में बड़े विनाश और उथल-पुथल मचने की संभावना है.
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के आधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को चक्रवात के मद्देनजर जोखिम क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निकासी शुरू करने के लिए तैयारियों का आदेश दिया गया था. चक्रवात के 20 मई दोपहर तक समुद्री तट पर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार भले ही तूफान थोड़ा कमजोर पड़ गया हो, लेकिन अब भी प्रभावित क्षेत्रों में काफी नुकसान देखने को मिल सकता है.
तटीय जिलों की रिपोर्ट में कहा गया है कि वालंटियर्स और अधिकारी मेगाफोन के साथ ही बाहर आएं और कोरोना खतरे को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी का ध्यान रखें.