कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Australian Prime Minister Scott Morrison) और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब मॉरिसन ने मैक्रों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं.
एक समाचार पत्र के एक संदेश के हवाले से फ्रांस को पनडुब्बी समझौता खत्म होने की बुरी खबर की आशंका की खबर के बाद मॉरिसन ने मैक्रों पर निशाना साधा है.
90 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का पनडुब्बी सौदा
ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार ने पिछले सप्ताह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा मैक्रों को दिए स्पष्टीकरण पर संदेह व्यक्त किया था, जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी नेता को लगा था कि सितंबर की घोषणा से बहुत पहले ही फ्रांस को ऑस्ट्रेलिया के साथ 90 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (66 बिलियन डॉलर) का पनडुब्बी सौदा रद्द करने की जानकारी दे दी गई थी.
फ्रांसीसी पनडुब्बियों का सौदा रद्द
ऑस्ट्रेलिया ने डीजल-इलेक्ट्रिक फ्रांसीसी पनडुब्बियों को खरीदने के लिए कई अरब डॉलर का अनुबंध रद्द कर दिया था और इसके बजाय अमेरिकी परमाणु संचालित पनडुब्बियां खरीदने का फैसला किया था.
मैक्रों ने इस सप्ताह मॉरिसन पर जून में पेरिस में एक रात्रिभोज के दौरान समझौते को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. मैक्रों ने कहा था कि परमाणु पनडुब्बी सौदा ऑस्ट्रेलिया की विश्वसनीयता और उसके साथ महान साझेदारों के भरोसे के लिए बहुत बुरी खबर थी.
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मॉरिसन ने कहा कि मैक्रों के झूठ बोलने के आरोप ऑस्ट्रेलिया की बदनामी करने की कोशिश है. उन्होंने कहा, मैं इसे निजी रूप नहीं देना चाहता, मेरी ओर से ऐसा कुछ नहीं है. मैं कहूंगा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया की अखंडता पर सवाल उठाने वाले बयान और ऑस्ट्रेलिया को जो गालियां दी गई हैं, जो मुझे नहीं दी गई.. मैं तो इससे निपट भी सकता हूं, लेकिन यह बदनामी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपशब्द में बर्दाशत नहीं करूंगा.
(पीटीआई-भाषा)