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पाकिस्तान छोड़ कनाडा में रहने चली गई आसिया बीबी

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Published : May 8, 2019, 7:40 PM IST

Updated : May 8, 2019, 8:05 PM IST

ईशनिंदा के आरोपों से मुक्त होने के बाद ईसाई महिला आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है. आठ साल जेल में बिताने के बाद अब वह कनाडा चली गई हैं.

आसिया बीबी

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट से बहुचर्चित ईशनिंदा मामले में बीते साल बरी की गईं ईसाई महिला आसिया बीबी चुपचाप देश छोड़कर कनाडा में अपने परिवार के पास पहुंच गई हैं. उनके वकील ने बुधवार को यह जानकारी दी.

आसिया बीबी को ईश निंदा मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल उन्हें बरी कर दिया था.

पंजाब प्रांत की रहने वाली बीबी (47) को 2010 में अपने पड़ोसियों के साथ विवाद में इस्लाम के अपमान का आरोप लगने के बाद दोषी ठहराया गया था. हालांकि, चार बच्चों की इस मां ने लगातार कहा कि वह निर्दोष है पर इसके बाद भी उन्हें आठ साल जेल की कोठरी में बिताने पड़े.

स्थानीय समाचार पत्र डॉन ने विदेश मंत्रालय में एक सूत्र के हवाले से कहा, 'आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है. वह एक स्वतंत्र नागरिक हैं और अपनी स्वतंत्र इच्छा के अनुरूप यात्रा की.'

पढ़ेंः इटली के पत्रकार का बड़ा खुलासा- बालाकोट में मरे 170 आतंकी, 45 का अभी भी चल रहा इलाज

बीबी के वकील सैफुल मलूक ने इस बात की पुष्टि की है कि बीबी कनाडा पहुंच गई हैं. ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने उनके हवाले से यह जानकारी दी है. अखबार ने लिखा, 'यह बड़ा दिन है, आसिया बीबी पाकिस्तान छोड़कर कनाडा पहुंच गई हैं.'

पाकिस्तान के विवादास्पद ईशनिंदा कानून आसिया पहली महिला थीं, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. इस अपराध के दोषी के लिये मौत की सजा या उम्रकैद का प्रावधान है.

उनका वास्तविक नाम असिया नौरीन है और उन्हें आमतौर पर आसिया बीबी कहा जाता है. उनके देश से रवाना होने से पहले सभी इंतजाम को गुप्त रखा गया.

उन्होंने कहा कि बीबी का कनाडा में सुरक्षित पहुंचना कार्यकर्ताओं, विदेशी राजनयिकों और अन्य लोगों की मेहनत का परिणाम है जो 'बीबी के कठिन समय में उनके साथ रहे और उनकी रिहाई के लिए कार्य किया.'

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गत 31 अक्टूबर को उन्हें ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था. इस फैसले से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ये प्रदर्शन इस्लामिक राजनीतिक दल तहरीक-ए-लबैक ने किए थे और इसके कार्यकर्ताओं ने देश के कई इलाकों में राजमार्ग और सड़कों पर यातायात रोक दिया था.

ब्रिटिश पाकिस्तानी ईसाई एसोसिएशन ने भी एक बयान में कहा कि उन्हें ब्रिटिश राजनयिक ने बताया है कि आसिया बीबी पाकिस्तान से सुरक्षित निकल गई हैं.

पढ़ेंः ऐतिहासिक समझौते से ईरान बाहर, फिर से शुरू करेगा परमाणु कार्यक्रम

जियो न्यूज ने कहा कि महिला के कागज एक महीना पहले तैयार कर लिये गए थे.

पाकिस्तान की सरकार ने नवम्बर में उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया था जिसमें दावा किया जा रहा था कि आसिया बीबी विदेश भाग गई हैं. सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस संबंध में जारी किए गए फोटो जाली हैं.

बीबी के पति आशिक मसीह ने एक वीडियो संदेश के जरिए विश्व के नेताओं से अपील की थी कि वह आसिया के सुरक्षित रूप से पाकिस्तान से बाहर निकलने में मदद करें.

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट से बहुचर्चित ईशनिंदा मामले में बीते साल बरी की गईं ईसाई महिला आसिया बीबी चुपचाप देश छोड़कर कनाडा में अपने परिवार के पास पहुंच गई हैं. उनके वकील ने बुधवार को यह जानकारी दी.

आसिया बीबी को ईश निंदा मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल उन्हें बरी कर दिया था.

पंजाब प्रांत की रहने वाली बीबी (47) को 2010 में अपने पड़ोसियों के साथ विवाद में इस्लाम के अपमान का आरोप लगने के बाद दोषी ठहराया गया था. हालांकि, चार बच्चों की इस मां ने लगातार कहा कि वह निर्दोष है पर इसके बाद भी उन्हें आठ साल जेल की कोठरी में बिताने पड़े.

स्थानीय समाचार पत्र डॉन ने विदेश मंत्रालय में एक सूत्र के हवाले से कहा, 'आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है. वह एक स्वतंत्र नागरिक हैं और अपनी स्वतंत्र इच्छा के अनुरूप यात्रा की.'

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बीबी के वकील सैफुल मलूक ने इस बात की पुष्टि की है कि बीबी कनाडा पहुंच गई हैं. ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने उनके हवाले से यह जानकारी दी है. अखबार ने लिखा, 'यह बड़ा दिन है, आसिया बीबी पाकिस्तान छोड़कर कनाडा पहुंच गई हैं.'

पाकिस्तान के विवादास्पद ईशनिंदा कानून आसिया पहली महिला थीं, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. इस अपराध के दोषी के लिये मौत की सजा या उम्रकैद का प्रावधान है.

उनका वास्तविक नाम असिया नौरीन है और उन्हें आमतौर पर आसिया बीबी कहा जाता है. उनके देश से रवाना होने से पहले सभी इंतजाम को गुप्त रखा गया.

उन्होंने कहा कि बीबी का कनाडा में सुरक्षित पहुंचना कार्यकर्ताओं, विदेशी राजनयिकों और अन्य लोगों की मेहनत का परिणाम है जो 'बीबी के कठिन समय में उनके साथ रहे और उनकी रिहाई के लिए कार्य किया.'

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गत 31 अक्टूबर को उन्हें ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था. इस फैसले से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ये प्रदर्शन इस्लामिक राजनीतिक दल तहरीक-ए-लबैक ने किए थे और इसके कार्यकर्ताओं ने देश के कई इलाकों में राजमार्ग और सड़कों पर यातायात रोक दिया था.

ब्रिटिश पाकिस्तानी ईसाई एसोसिएशन ने भी एक बयान में कहा कि उन्हें ब्रिटिश राजनयिक ने बताया है कि आसिया बीबी पाकिस्तान से सुरक्षित निकल गई हैं.

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जियो न्यूज ने कहा कि महिला के कागज एक महीना पहले तैयार कर लिये गए थे.

पाकिस्तान की सरकार ने नवम्बर में उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया था जिसमें दावा किया जा रहा था कि आसिया बीबी विदेश भाग गई हैं. सरकार ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस संबंध में जारी किए गए फोटो जाली हैं.

बीबी के पति आशिक मसीह ने एक वीडियो संदेश के जरिए विश्व के नेताओं से अपील की थी कि वह आसिया के सुरक्षित रूप से पाकिस्तान से बाहर निकलने में मदद करें.

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Last Updated : May 8, 2019, 8:05 PM IST
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