मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से करीब 39 हजार ऑस्ट्रेलियाई विदेशों में फंसे हैं और जो स्वदेश लौटना चाहते हैं, इनमें से भी सबसे अधिक करीब 10 हजार भारत में हैं.
कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए यहां हुई 32वीं राष्ट्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद संवददाताओं को मॉरिसन ने बताया कि इस साल 18 सितंबर से अब तक 45,950 ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को वापस लाया गया है जबकि करीब 39 हजार बचे हैं, जिन्होंने स्वदेश लौटने के लिए पंजीकरण कराया है.
उन्होंने बताया, 'सबसे अधिक 10 हजार लोग भारत से वापस आना चाहते हैं जबकि ब्रिटेन से वापस आने के इच्छुक ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की संख्या करीब पांच हजार हैं, बाकी अन्य देशों के हैं. हम लगातार ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की निगरानी कर रहे हैं जो घर वापस आना चाहते हैं.'
अपने नागरिकों को प्राथमिकता देंगे
वापस लौटने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीयाई विद्यार्थियों के संबंध में मॉरिसन ने कहा कि संघीय सरकार सबसे पहले अपने नागरिकों और निवासियों को प्राथमिकता देगी.
उन्होंने कहा, 'निश्चत तौर पर हम सेवाओं और कारोबार के विभिन्न पहलुओं को बहाल करना चाहते हैं और ऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीयाई विद्यार्थी इसका अहम हिस्सा है लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की कीमत पर नहीं आ सकते, जिन्हें अपने देश में आने का अधिकार है, खासतौर पर तब जब हम देखते हैं कि दुनिया के बाकी हिस्से में परेशानी है.'
कोविड से हो रही मौतें
ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 के 28,011 मरीज सामने आए हैं जिनमें से 908 की मौत हुई है. हालांकि, इस समय करीब 50 संक्रमित ही उपचाराधीन हैं. सभी सक्रिय मामले होटल पृथकवास के हैं और पिछले एक हफ्ते में समुदाय स्तर पर संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है.
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