ETV Bharat / international

WHO ने अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक दिये जाने के खिलाफ किया आगाह

WHO महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि अधिक टीकाकरण कवरेज वाले देशों को टीके की आपूर्ति बढ़ाने से वायरस को फैलने और अपना स्वरूप बदलने का कहीं अधिक अवसर मिलेगा.

बूस्टर खुराक
बूस्टर खुराक
author img

By

Published : Dec 23, 2021, 8:41 AM IST

बर्लिन : विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation-WHO) प्रमुख ने चेतावनी दी है कि अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी. साथ ही, कहा कि कोई भी देश इस तरीके से महामारी की गिरफ्त से बाहर नहीं निकल पाएगा.

WHO महानिदेशक टेड्र्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बुधवार को कहा कि इस साल टीके ने कई लोगों की जान बचाई है, लेकिन उनके असमान वितरण ने कई लोगों की जान ले भी ली. द्रोस ने इससे पहले स्वस्थ वयस्कों को इस साल के अंत तक बूस्टर खुराक देने पर रोक लगाने की अपील की थी. ताकि, असमान वैश्विक टीका वितरण से निपटा जा सके.

पढ़ें : 89 देशों में हो चुकी है ओमीक्रोन की पहचान, डेढ़ से तीन दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने: WHO

उन्होंने कहा कि अभी प्रतिदिन लगाई जा रही टीके की 20 प्रतिशत खुराक बूस्टर हैं. अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी, ना कि यह खत्म होगी. उन्होंने कहा कि अधिक टीकाकरण कवरेज वाले देशों को टीके की आपूर्ति बढ़ाने से वायरस को फैलने और अपना स्वरूप बदलने का कहीं अधिक अवसर मिलेगा.

गेब्रेयेसस ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण (Corona virus Infection) के कारण अस्पतालों में भर्ती या मरने वाले लोगों के एक बड़े हिस्से को टीका नहीं लगा है.

(पीटीआई-भाषा)

बर्लिन : विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation-WHO) प्रमुख ने चेतावनी दी है कि अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी. साथ ही, कहा कि कोई भी देश इस तरीके से महामारी की गिरफ्त से बाहर नहीं निकल पाएगा.

WHO महानिदेशक टेड्र्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बुधवार को कहा कि इस साल टीके ने कई लोगों की जान बचाई है, लेकिन उनके असमान वितरण ने कई लोगों की जान ले भी ली. द्रोस ने इससे पहले स्वस्थ वयस्कों को इस साल के अंत तक बूस्टर खुराक देने पर रोक लगाने की अपील की थी. ताकि, असमान वैश्विक टीका वितरण से निपटा जा सके.

पढ़ें : 89 देशों में हो चुकी है ओमीक्रोन की पहचान, डेढ़ से तीन दिन में मामले हो जाते हैं दोगुने: WHO

उन्होंने कहा कि अभी प्रतिदिन लगाई जा रही टीके की 20 प्रतिशत खुराक बूस्टर हैं. अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी, ना कि यह खत्म होगी. उन्होंने कहा कि अधिक टीकाकरण कवरेज वाले देशों को टीके की आपूर्ति बढ़ाने से वायरस को फैलने और अपना स्वरूप बदलने का कहीं अधिक अवसर मिलेगा.

गेब्रेयेसस ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण (Corona virus Infection) के कारण अस्पतालों में भर्ती या मरने वाले लोगों के एक बड़े हिस्से को टीका नहीं लगा है.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.