वॉशिंगटन : अमेरिका के कई सांसदों ने बाइडेन प्रशासन से भारत को कोविड रोधी टीकों तथा चिकित्सीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है. उनका कहना है कि भारत में संकट के कारण विनाशकारी हालात बने हुए हैं तथा इस वैश्विक महामारी से लड़ाई में अपने सहयोगियों की मदद करना अमेरिका की जिम्मेदारी है.
टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा, भारत में विनाशकारी संकट है और ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति जो बाइडेन से अधिक कार्रवाई की उम्मीद की जाती है. हमारे सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोगियों में से एक को इस वायरस से लड़ाई में कोविड-19 टीकों तथा चिकित्सा आपूर्ति के रूप में और मदद देने की जरूरत है.
साथ ही एबॉट ने ट्वीट कर अमेरिकी नागरिकों से अपील की कि वे उनके साथ मिलकर भारत के लिए प्रार्थना करें.
सीनेट की आर्म्ड सर्विसेज कमेटी से संबद्ध सीनेटर रॉजर विकर ने कहा कि अमेरिका के लिए यह आवश्यक है कि वह कोरोना वायरस से निपटने में अन्य देशों की मदद करता रहे. उन्होंने कहा, भारत जैसे करीबी सहयोगियों को अतिरिक्त टीके भेजना ही सही कदम है.
'बाइडेन का टीका साझा करने संबंधी कार्यक्रम दोषपूर्ण'
रिपब्लिक पार्टी के सीनेटर टेड क्रूज ने कहा, अमेरिका के लिए भारत एक महत्वपूर्ण मित्र है. बाइडेन का टीका साझा करने संबंधी कार्यक्रम दोषपूर्ण है. हमें भारत जैसे हमारे सहयोगियों को प्राथमिकता देनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड रोधी टीके उन्हें मिले, जिन्हें उनकी सख्त जरूरत है.
सीनेट की विदेशी मामलों की समिति के सदस्य माइकल मैककॉल ने ट्वीट किया, अत्यंत आवश्यक टीकों और अन्य चिकित्सा आपूर्ति को भारत भेजा जाएगा और इस तरह लंबे समय से साझेदार रहे इस सहयोगी देश को मदद दी जाएगी. यह देखकर खुशी हुई.
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सदन की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष एडम स्मिथ ने कहा, भारत तथा अन्य देशों में कोविड-19 का संकट विनाशकारी रहा है. वहां और टीके तथा चिकित्सा आपूर्ति भेजने की जरूरत अब भी बनी हुई है. कोविड को हराने के लिए हमें इस वायरस से अपने देश में तथा दुनियाभर में लड़ना होगा.
स्मिथ ने दूसरे देशों की मदद के लिए बाइडेन प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों की सराहना भी की.
भारतवंशी सांसद रो खन्ना ने कहा कि जिस तरह जरूरत के वक्त भारत ने अमेरिका की मदद की, उसी तरह अमेरिका को भी टीके भेजकर भारत की मदद करना चाहिए.
(पीटीआई-भाषा)