वाशिंगटन : इजराइल-फलस्तीन विवाद को हल करने के मकसद से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी मध्य-पूर्व योजना का नक्शा पेश किया और कहा कि यरुशलम इजराइल की अविभाजित राजधानी रहेगी.
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा कि यह क्षेत्र के लिए एक बुरे सपने की तरह है.
जरीफ ने ट्वीट किया, यह तथाकथित 'विजन फॉर पीस' एक दिवालिया हो चुके रियल एस्टेट डेवलपर का ड्रीम प्रोजेक्ट है. लेकिन यह इस क्षेत्र और दुनिया के लिए एक बुरा सपना है.
ह्वाइट हाउस में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपने प्रशासन की पश्चिम एशिया शांति योजना पेश करते हुए ट्रंप ने कहा कि इजराइल ने शांति की दिशा में बड़ा कदम उठाया है.
उन्होंने कहा कि उनकी योजना के तहत यरुशलम, 'इजराइल की अविभाजित राजधानी रहेगी, यह बहुत अहम राजधानी है.
डोनाल्ड ट्रंप ने नक्शे के साथ ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं हमेशा इजराइल और यहूदी लोगों के साथ खड़ा रहूंगा. मैं उनके ऐतिहासिक मातृभूमि, उनके अधिकारों की रक्षा और सुरक्षा के लिए समर्थित हूं. यह समय शांति का है!'
राष्ट्रपति ने नक्शे के साथ ट्वीट करते हुए कहा कि आप भविष्य के फलस्तीन पूर्वी यरुशलम की राजधानी के साथ देख सकते हैं.
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राष्ट्रपति ने कहा, मेरी दृष्टि यथार्थवादी दो-राष्ट्र का समाधान प्रस्तुत करती है. उन्होंने फलस्तीन की राजधानी के लिए पूर्वी यरुशलम का प्रस्ताव दिया. ट्रंप ने कहा, 'यह उनके लिए (फलस्तीनियों के लिए) अंतिम मौका हो सकता है.
दूसरी ओर फलस्तीनी इस्लामी आंदोलन हमास ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित इजराइल-फलस्तीन शांति प्रस्ताव को मंगलवार को तत्काल खारिज कर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यरुशलम इजराइल की 'अविभाजित राजधानी' बनी रहेगी.
हमास के वरिष्ठ अधिकारी खलील अल-हाय्या ने बताया, 'हम इस प्रस्ताव को खारिज करते हैं. हम फलस्तीनी राष्ट्र के लिए यरुशलम के अलावा राजधानी के किसी और विकल्प को स्वीकार नहीं करेंगे.'
ईरान ने भी अमेरिका की इस पहल का विरोध किया है.
(पीटीआई इनपुट)