लॉस एंजिलिस : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 2017 अधिष्ठापन समिति के प्रमुख को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को लाभ पहुंचाने के लिए अमेरिकी नीति को प्रभावित करने के मकसद से साजिश रचने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया.
कैलिफोर्निया के सांता मोनिका के 74 वर्षीय टॉम बराक उन तीन लोगों में शामिल हैं जिनपर न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन की संघीय अदालत ने अपंजीकृत विदेशी एजेंटों के तौर पर कार्य करने का आरोप तय किया है जो 2016 में ट्रंप की उम्मीदवारी और बाद में उनके राष्ट्रपति बन जाने के दौरान यूएई की तरफ से अमेरिकी नीति को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे.
यह अभियोग यूएई के साथ अमेरिका के लंबे समय से घनिष्ठ संबंधों के केंद्र में है और सीधे तौर पर यूएई के शासक, अबु धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बराक के आरोपों को जोड़ता है.
साजिश रचने के अलावा, बराक पर न्याय में बाधा डालने और संघीय एजेंटों के साथ जून 2019 के एक साक्षात्कार के दौरान कई गलत बयान देने के भी आरोप तय किए गए हैं. सात अभियोगों में बराक की कंपनी में पूर्व कार्यकारी 27 वर्षीय मैथ्यू ग्राइम्स और यूएई के कारोबारी 43 वर्षीय राशिद अल मलिक भी आरोपी बनाए गए हैं.
पढ़ें :- ट्रंप की संस्था, उनके मुख्य वित्तीय अधिकारी पर कर धोखाधड़ी के आरोप
कई दशकों तक ट्रंप के करीबी निजी दोस्तों में से एक, बराक का नाम पूर्व राष्ट्रपति के उन सहयोगियों की लंबी सूची में अभी जुड़ा है जिनपर आपराधिक अभियोग लगे हैं. इनमें उनके प्रचार अभियान के पूर्व उपप्रमुख, उनके पूर्व प्रमुख रणनीतिकार, उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, उनके पूर्व निजी वकील और उनकी कंपनी में लंबे वक्त तक मुख्य वित्तीय अधिकारी रहे लोग शामिल हैं.
अधिकारियों के मुताबिक बराक और ग्राइम्स को दक्षिण कैलिफोर्निया में गिरफ्तार किया गया जबकि मलिक फरार है और समझा जाता है कि वह पश्चिम एशिया में कहीं रह रहे हैं.
(एपी)