वाशिंगटन: अमेरिका चीन की हुआवेई कंपनी पर नए प्रतिबंध लगाने जा रहा है. यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कंपनी पर नए आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी दूरसंचार उपकरणों का इस्तेमाल चीन के लिए जासूसी करने के लिए कर रही है.
ट्रम्प ने फॉक्स को बताया कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका में उनके उपकरण नहीं चाहते हैं क्योंकि वे हम पर जासूसी करते हैं. उन्होंने कहा कि और कोई भी देश जो इसका उपयोग करता है हम उनके साथ कोई भी खुफिया जानकारी साझा नहीं करेंगे.
हुआवेई प्रौद्योगिकी और सुरक्षा को लेकर अमेरिका-चीन तनाव के केंद्र में रही है. इस तनाव के चलते लोकप्रिय चीनी स्वामित्व वाली वीडियो ऐप टिकटॉक और मैसेजिंग सेवा वी चैट पर भी प्रतिबंध लगाएं जाएंगे. दोनों पर सितंबर में प्रतिबंध लग सकता है.
हुआवेई ने कई बार आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उसके उपकरण चीनी जासूसी के लिए इस्तेमाल नहीं होते हैं. चीनी अधिकारियों ने वॉशिंगटन पर अमेरिकी तकनीकी उद्योगों के लिए एक प्रतियोगी को रोकने के बहाने के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा का उपयोग करने का आरोप लगाया है.
अमेरिका के वाणिज्य सचिव विल्बर रॉस ने फॉक्स बिजनेस को बताया कि नई कार्रवाई प्रवर्तन केंद्रित है और अमेरिकी और चीन के बीच व्यापार वार्ता से सीधे संबंधित नहीं है.
वाशिंगटन ने हुआवेई को अमेरिकी घटकों और प्रौद्योगिकी जिसमें गूगल के संगीत और अन्य स्मार्टफोन सेवाएं भी शामिल हैं, इस्तेमाल करने से रोक लगा दी है.
वाणिज्य विभाग ने कहा कि यह प्रतिबंधों को कड़ा कर रहा है क्योंकि हुआवेई ने उन्हें लगातार मिटाने की कोशिश की है.
अमेरिका ने हुआवेई के 38 सहयोगी कंपनियों को भी उस लिस्ट में शामिल किया है जिनपर संवेदनशील प्रौद्योगिक सेवा का इस्तेमाल करने पर रोक लगाई है.