वाशिंगटन/लंदन : जो बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार शनिवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से टेलीफोन पर बातचीत की. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस यूरोपीय देश के साथ विशेष संबंधों को और मजबूत करने के अपने इरादे से उन्हें अवगत कराया.
बातचीत के दौरान बाइडेन और जॉनसन ने नाटो गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने तथा कोविड-19 महामारी की रोकथाम करने पर सहमत हुए.
राष्ट्रपति पद की बुधवार को शपथ लेने के बाद बाइडेन ने शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर से बात की थी. इसके बाद शनिवार को उन्होंने जॉनसन से बात की, जो किसी तीसरे विदेशी नेता के साथ उनकी बातचीत थी.
जॉनसन ने ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन से आज शाम बात कर बहुत अच्छा लगा. मैं दोनों देशें के बीच लंबे समय तक चलने वाले गठजोड़ को और मजबूत करने को लेकर आशान्वित हूं क्योंकि हम कोविड-19 से हरित और सतत तरीके से उबरने की दिशा में बढ़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि एक नया व्यापार समझौता दोनों पक्षों की प्राथमिकताओं की सूची में नहीं है. हालांकि, 10 डाउनिंग स्ट्रीट(ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास सह कार्यालय) ने टेलीफोन वार्ता को मौजूदा व्यापार मुद्दों को जल्द हल करने के जॉनसन के इरादे को प्रधानमंत्री द्वारा दोहराया जाने वाला बताया है. जबकि, ह्वाइट हाउस के बयान में इसे सिर्फ विशेष संबंधों को मजबूत करने वाली वार्ता कहा गया है.
ह्वाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच विशेष संबंध मजबूत करने के अपने इरादे से और ट्रांस-अटलांटिक संबंधों में नई जान फूंकने से अवगत कराते हुए हमारी सामूहिक सुरक्षा एवं साझा मूल्यों के प्रति नाटो की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया है.
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डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच एक संभावित मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा की और प्रधानमंत्री ने व्यापार सबंधी मौजूदा मुद्दों को यथाशीघ्र हल करने का अपना इरादा दोहराया.
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के साथ ब्रिटेन ब्रेक्जिट बाद की स्थिति में एक मुक्त व्यापार समझौता करने को इच्छुक है. जबकि, नया अमेरिकी प्रशासन कोविड-19 महामारी संकट को लेकर इसे तवज्जो नहीं दे रहा है.
ह्वाइट हाउस ने बयान में कहा है कि बाइडेन ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 महामारी को नियंत्रण में करने और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा जैसी चुनौतियों पर भी बहुपक्षीय संगठनों के जरिए सहयोग की महत्ता पर जोर दिया.
दोनों नेताओं ने चीन, ईरान और रूस सहित साझा विदेश नीति प्राथमिकताओं पर समन्वय की जरूरत पर भी चर्चा की. ब्रिटेन इस साल जी-7 सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) की मेजबानी कर रहा है.