वॉशिंगटन : टैक्स देने से बचने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो तौर-तरीके और गुर आजमाए वह आश्चर्यजनक रूप से प्रमुख रियल एस्टेट कारोबारियों और अभिजात्य अमेरिकी धनाढ्यों में आम है. बावजूद ट्रंप ने इन तौर-तरीकों को उनकी अंतिम सीमा तक इस्तेमाल किया.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रविवार की रिपोर्ट के बाद विशेषज्ञों का यही कहना है. अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2016 और 2017 में ट्रंप ने सिर्फ 750-750 अमेरिकी डॉलर का कर चुकाया. इतना ही नहीं खबर में कहा गया कि ट्रंप ने 18 साल में से 11 साल एक धेला भी कर के तौर पर नहीं चुकाया.
'इंस्टीट्यूट ऑन टैक्सेशन ऐंड इकोनोमिक पालिसी' में संघीय कर नीति के निदेशक स्टीव वेमहॉफ ने कहा ट्रंप ने जो चीजें कीं वो विशुद्ध रूप से अमीर व्यापारी लोग करते हैं और खास तौर पर अमीर रियल एस्टेट डेवलपर्स.
वेमहॉफ ने कहा, इसके बावजूद ट्रंप दावा करते हैं कि कर संहिता में उपलब्ध विशेष गुंजाइशें और कमियां कभी-कभी उन्हें बस एक बिल्कुल नए स्तर तक ले जाती हैं.
अमेरिकी कर कानून काफी समय से बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों के प्रति नरम रहा है. वह उन्हें ऐसे मौके देता है कि वे अपनी करदेयता को काफी कम कर सकते हैं.
ट्रंप के रिपब्लिकन सहयोगियों द्वारा 2018 मे संसद में 1.5 हजार अरब अमेरिकी डॉलर का कर सुधार किया गया. इससे रियल एस्टेट कारोबारियों के प्रति कर कानून और नरम हो गया.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने 2000 से 2017 तक ट्रंप के कर भुगतान की जांच की थी, इसलिये उसकी खबर में 2018 के कानून के प्रभावों को दर्ज नहीं किया गया.
'टैक्स एनालिस्ट' के मुख्य अर्थशास्त्री मार्टिन सूलीवन कहते हैं रियल एस्टेट कारोबारियों के लिये पांच साल पहले के मुकाबले अब करदेयता से बचना ज्यादा आसान हो गया है.
अमेरिका में 2018 के कानून से पहले भी अन्य कारोबार के मुकाबले रियल एस्टेट का कारोबार करने वाले ज्यादा तेजी और सुगमता से नुकसान का दावा कर सकते थे और कहीं ज्यादा आसानी से आंतरिक राजस्व सेवा के पास अपने लाभ दर्ज कराने से बच सकते थे. भले ही वे कर्ज चुकाने में पीछे रह जाते हैं और अगर उनके देनदार उनके कर्ज माफ कर देते हैं तो भी उन्हें अन्य निवेशकों के मुकाबले कम कर दंड चुकाना होता है.
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ट्रंप ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में अपने अटलांटिक सिटी कैसीनो के नहीं चलने पर कर चुकाने में नाकाम रहने पर कर व्यवस्था की इन कमियों का पूरा फायदा उठाया था. विशेषज्ञ कहते हैं कि वह भी तब जब यह स्पष्ट नहीं है कि उनके सभी क्रियाकलाप विधिमान्य थे या नहीं.
वेमहॉफ ने कहा ट्रंप ने काफी चीजें की हैं, जो हो सकता है उस सीमा से ज्यादा हों, जिनकी इजाजत कानून देता है.