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उत्तरी अमेरिका और कनाडा के कुछ हिस्सों में दिखा आंशिक सूर्य ग्रहण - आंशिक सूर्य ग्रहण

उत्तरी अमेरिका और कनाडा के कुछ हिस्सों में वहां के समयानुसार गुरुवार सुबह सूर्योदय के समय आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया.

सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण
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Published : Jun 10, 2021, 7:08 PM IST

Updated : Jun 10, 2021, 10:55 PM IST

वॉशिंगटन : उत्तरी अमेरिका, कनाडा के कुछ हिस्सों और साइबेरिया में सूर्योदय के समय आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया. मीडिया रिपोर्ट और अंतरिक्ष मामलों के जानकारों के मुताबिक ग्रहण विशेष लेंसों से दिखाई दे रहा था, नग्न आंखों से नहीं.

आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया

इससे पहले ग्रहण के बारे में बताया गया कि यह वलयाकार सूर्य ग्रहण है और यह खगोलीय घटना तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं.

सूर्य ग्रहण को 'रिंग ऑफ फायर' भी कहा जा रहा है. ऐसा तभी होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है. इसे 'खंडग्रास' भी कहते हैं.

साइबेरिया में दिखा सूर्य ग्रहण

रिंग ऑफ फायर क्यों

दरअसल, वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी से सबसे दूर होता है. ग्रह से इसकी दूरी के कारण, चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह से अवरुद्ध करने में असमर्थ है. इसलिए सूर्य का प्रकाश चंद्रमा के चारों ओर बने 'रिंग ऑफ फायर' के रूप में प्रकट होता है. इस साल दूसरा सूर्यग्रहण चार दिसंबर को लगेगा.

पढ़ें :- Solar Eclipse : इन देशों में सूर्य पर पड़ी चंद्रमा की छाया, नासा ने दिखाईं तस्वीरें

सूर्य ग्रहण क्या होता है

सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आता है, तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. चंद्रमा के बीच में आ जाने से कुछ समय के लिए हमें सूर्य दिखाई नहीं देता है. या दिखाई देगा, तो वह आंशिक रूप से दिखाई देगा. चंद्रमा सूर्य की कुछ या पूरी रोशनी रोक लेता है, जिससे धरती पर साया फैल जाता है. यह घटना अमावस्या को ही होती है.

वॉशिंगटन : उत्तरी अमेरिका, कनाडा के कुछ हिस्सों और साइबेरिया में सूर्योदय के समय आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया. मीडिया रिपोर्ट और अंतरिक्ष मामलों के जानकारों के मुताबिक ग्रहण विशेष लेंसों से दिखाई दे रहा था, नग्न आंखों से नहीं.

आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया

इससे पहले ग्रहण के बारे में बताया गया कि यह वलयाकार सूर्य ग्रहण है और यह खगोलीय घटना तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं.

सूर्य ग्रहण को 'रिंग ऑफ फायर' भी कहा जा रहा है. ऐसा तभी होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है. इसे 'खंडग्रास' भी कहते हैं.

साइबेरिया में दिखा सूर्य ग्रहण

रिंग ऑफ फायर क्यों

दरअसल, वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी से सबसे दूर होता है. ग्रह से इसकी दूरी के कारण, चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह से अवरुद्ध करने में असमर्थ है. इसलिए सूर्य का प्रकाश चंद्रमा के चारों ओर बने 'रिंग ऑफ फायर' के रूप में प्रकट होता है. इस साल दूसरा सूर्यग्रहण चार दिसंबर को लगेगा.

पढ़ें :- Solar Eclipse : इन देशों में सूर्य पर पड़ी चंद्रमा की छाया, नासा ने दिखाईं तस्वीरें

सूर्य ग्रहण क्या होता है

सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आता है, तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. चंद्रमा के बीच में आ जाने से कुछ समय के लिए हमें सूर्य दिखाई नहीं देता है. या दिखाई देगा, तो वह आंशिक रूप से दिखाई देगा. चंद्रमा सूर्य की कुछ या पूरी रोशनी रोक लेता है, जिससे धरती पर साया फैल जाता है. यह घटना अमावस्या को ही होती है.

Last Updated : Jun 10, 2021, 10:55 PM IST
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