ETV Bharat / international

मेक्सिको में इस साल सबसे ज्यादा पत्रकारों की हत्या : सीपीजे

दुनिया भर में पत्रकारों का काम करना मुश्किल होता जा रहा है. इस साल करीब 30 पत्रकारों की हत्या हुई है. पढ़ें रिपोर्ट.

murder
हत्या
author img

By

Published : Dec 23, 2020, 6:17 PM IST

मेक्सिको सिटी : साल 2020 में पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या के सबसे अधिक मामले मेक्सिको में और उसके बाद अफगानिस्तान तथा फिलीपींस में सामने आए हैं. न्यूयॉर्क स्थित पत्रकार रक्षा समिति (सीपीजे) ने अपनी नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

दुनिया भर में 30 पत्रकारों की हत्या

दरअसल, इस साल 15 दिसंबर तक दुनिया भर में कम से कम 30 पत्रकारों की हत्या की गई, जबकि पिछले वर्ष इस दौरान 26 पत्रकारों की हत्या हुई थी. इस साल कम से कम 21 पत्रकारों की हत्या उनके काम की वजह से की गई. साल 2019 में अपने काम की वजह से जान गंवाने वाले पत्रकारों की संख्या 10 थी. सीपीजे 15 अन्य पत्रकारों की हत्या की जांच कर पता लगाने में जुटी है कि क्या उनकी हत्या भी उनके काम की वजह से हुई.

चार अन्य हत्याओं का पता लगा रहे

मेक्सिको में साल 2020 में कम से कम चार पत्रकारों की निशाना बनाकर हत्या की गई, जबकि पांचवें पत्रकार की अपराध स्थल की तस्वीरें खींचने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई. सीपीजे ने कहा कि वह कम से कम चार अन्य हत्याओं के पीछे की वजह पता लाने की कोशिश कर रही है. अन्य पत्रकार समूहों ने मेक्सिको में इस साल मारे गए पत्रकारों की संख्या 11 बताई है.

पश्चिमी गोलार्ध में सबसे खतरनाक देश

रिपोर्ट में कहा गया है कि मेक्सिको पश्चिमी गोलार्ध में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश है. यहां पत्रकार अपराधियों, मादक पदार्थ तस्करों और भ्रष्टाचार में डूबे सरकारी तंत्र के बीच काम करते हैं. अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों ने कम से कम चार पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या कर दी, जबकि फिलीपींस में ऐसे पत्रकारों की संख्या कम से कम तीन रही.

मेक्सिको सिटी : साल 2020 में पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या के सबसे अधिक मामले मेक्सिको में और उसके बाद अफगानिस्तान तथा फिलीपींस में सामने आए हैं. न्यूयॉर्क स्थित पत्रकार रक्षा समिति (सीपीजे) ने अपनी नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

दुनिया भर में 30 पत्रकारों की हत्या

दरअसल, इस साल 15 दिसंबर तक दुनिया भर में कम से कम 30 पत्रकारों की हत्या की गई, जबकि पिछले वर्ष इस दौरान 26 पत्रकारों की हत्या हुई थी. इस साल कम से कम 21 पत्रकारों की हत्या उनके काम की वजह से की गई. साल 2019 में अपने काम की वजह से जान गंवाने वाले पत्रकारों की संख्या 10 थी. सीपीजे 15 अन्य पत्रकारों की हत्या की जांच कर पता लगाने में जुटी है कि क्या उनकी हत्या भी उनके काम की वजह से हुई.

चार अन्य हत्याओं का पता लगा रहे

मेक्सिको में साल 2020 में कम से कम चार पत्रकारों की निशाना बनाकर हत्या की गई, जबकि पांचवें पत्रकार की अपराध स्थल की तस्वीरें खींचने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई. सीपीजे ने कहा कि वह कम से कम चार अन्य हत्याओं के पीछे की वजह पता लाने की कोशिश कर रही है. अन्य पत्रकार समूहों ने मेक्सिको में इस साल मारे गए पत्रकारों की संख्या 11 बताई है.

पश्चिमी गोलार्ध में सबसे खतरनाक देश

रिपोर्ट में कहा गया है कि मेक्सिको पश्चिमी गोलार्ध में पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देश है. यहां पत्रकार अपराधियों, मादक पदार्थ तस्करों और भ्रष्टाचार में डूबे सरकारी तंत्र के बीच काम करते हैं. अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों ने कम से कम चार पत्रकारों की उनके काम की वजह से हत्या कर दी, जबकि फिलीपींस में ऐसे पत्रकारों की संख्या कम से कम तीन रही.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.