क्यूबेक सिटी / हैदराबाद : कनाडा में एक शोध में कोरोना वायरस के इलाज के लिए पौधों पर आधारित वैक्सीन का पता लगाया गया है. कनाडा की एक जानी मानी कम्पनी मेडिकैगो ने दावा किया है कि इस (पौधा आधारित) वैक्सीन के चूहों पर किए गए उनके शोध अध्ययन ने कोविड-19 रोग के खिलाफ सकारात्मक परिणाम दिए हैं.
कम्पनी ने कहा कि उन्होंने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पौधों पर आधारित वैक्सीन विकसित की है. इसके अध्ययन ने अच्छे परिणाम दिए और हम इस शोध को और आगे बढ़ाएंगे.
मेडिकैगो ने कहा, 'हमने अपने प्रयोग के तहत चूहों पर एक खुराक का इस्तेमाल किया और 10 दिनों में हमें एंटी बॉडी मिल गई.
कम्पनी ने यह भी कहा कि उसने मानव पर नैदानिक परीक्षण करने के लिए कनाडा सरकार और अमेरिका के एफडीए से अनुमति के लिए आवेदन किया है. हालांकि उसे अब तक मनुष्यों पर किए जाने वाले नैदानिक परीक्षणों के लिए खुराक की मात्रा पर निर्णय लेना है.
कनाडाई कम्पनी ने कहा कि सभी औपचारिकताओं और नैदानिक परीक्षणों को पूरा करने और उसके परिणामों को देखने के बाद, हम आगे बढ़ेंगे.'
इस वर्ष के अंत तक, हमें कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लाखों खुराक का उत्पादन करना होगा.
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20 दिनों के बाद जब कोरोना वायरस के जीन मिलने के बाद (पिछले मार्च में) इस कम्पनी को वायरस (वीएलसी) के समान कोशिकाएं मिली हैं.
कम्पनी ने कहा कि इस पर उन्नत प्रयोग शुरू हो चुके हैं, पहला प्रयोग जून में आयोजित किया जाएगा और अन्य चरण बाद में होगा.
मेडिकैगो कोरोना महामारी से निबटने के लिए पौधे पर आधारित वैक्सीन टेक्नोलॉजी पर काम करने वाली पहली कम्पनी है.
इस कम्पनी को पहले से ही कई प्रकार के फ्लू से लड़ने के लिए प्रख्यात टीकों के उत्पादन के लिए जाना जाता है.
2009 में, मेडिकैगो ने लैब स्तर के प्रयोग के केवल 19 दिनों में H1N1 फ्लू से लड़ने के लिए वैक्सीन विकसित की थी.