ब्रुसेल्स : उत्तर अटलांटिक संधि संगठन प्रमुख जेन्स स्टोलेनबर्ग ने अमेरिका और तालिबान के बीच ऐतिहासिक समझौते का शुक्रवार को स्वागत करते हुए कहा कि इससे अफगानिस्तान में दीर्घकालिक शांति के संभावित रास्ते खुलेंगे.
अमेरिका और तालिबान ने कहा है कि वे 29 फरवरी को समझौते पर दस्तखत करेंगे.
इस समझौते को अफगानिस्तान में जारी संघर्ष में अहम मोड़ माना जा रहा है, जिससे अमेरिका 18 साल बाद अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस बुला सकेगा.
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नाटो प्रमुख स्टोलेनबर्ग ने कहा कि मैं आज की गई घोषणा का स्वागत करता हूं कि अफगानिस्तान में हिंसा को खत्म करने को लेकर सहमति बन गई है.
उन्होंने कहा कि यह हिंसा को खत्म करने और शांति तथा सद्भाव कायम करने की तालिबान की इच्छाशक्ति और क्षमता की कड़ी परीक्षा है.