ETV Bharat / international

मोलनुपिराविर बनाने के लिए मर्क का भारत के पांच दवा निर्माताओं के साथ करार - दवा निर्माताओं के साथ करार

कोरोना में रेमडेसिविर की तरह कारगर मोलनुपिराविर के उत्पादन के लिए मर्क ने भारत में पांच जेनेरिक दवा निर्माताओं के साथ करार करने की घोषणा की है.

मोलनुपिराविर
मोलनुपिराविर
author img

By

Published : Apr 28, 2021, 6:21 PM IST

केनिलवर्थ (अमेरिका) : दवा कंपनी मर्क ने कोविड-19 की दवा रेमडेसिविर के समान मानी जाने वाली प्रयोगिक एंटीवायरल गोलियों मोलनुपिराविर के उत्पादन के लिए भारत में पांच जेनेरिक दवा निर्माताओं के साथ करार करने की घोषणा की है.

अमेरिका में इस दवा का अंतिम चरण का परीक्षण अभी शुरू हुआ है और यह स्पष्ट नहीं है कि इस दवा का भारत या कहीं और कब इस्तेमाल किया जाएगा. इस दवा पर किए गए अध्ययन में उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं, जिनमें पता चला है कि संक्रमित होने के तुरंत बाद इसके सेवन से वायरस के स्तर में तेजी से गिरावट आती है.

अस्पतालों में भर्ती कुछ रोगियों पर इसका व्यापक इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन इसे इंजेक्शन से लेना होता है, जिसके कारण इसका उपयोग सीमित किया जाता है.

पढ़ें- सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड के दाम घटाए, ₹ 300 में मिलेगी एक डोज

एमोरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर जॉर्ज पेंटर ने इस दवा की खोज में मदद की है. उनके अनुसार मोलनुपिराविर कई प्रकार के श्वसन संबंधी वायरस के खिलाफ कारगर प्रतीत हुई है. मर्क रिजबैक बायोथेराप्यूटिक्स के साथ मिलकर मोलनुपिराविर विकसित कर रहा है.

केनिलवर्थ (अमेरिका) : दवा कंपनी मर्क ने कोविड-19 की दवा रेमडेसिविर के समान मानी जाने वाली प्रयोगिक एंटीवायरल गोलियों मोलनुपिराविर के उत्पादन के लिए भारत में पांच जेनेरिक दवा निर्माताओं के साथ करार करने की घोषणा की है.

अमेरिका में इस दवा का अंतिम चरण का परीक्षण अभी शुरू हुआ है और यह स्पष्ट नहीं है कि इस दवा का भारत या कहीं और कब इस्तेमाल किया जाएगा. इस दवा पर किए गए अध्ययन में उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं, जिनमें पता चला है कि संक्रमित होने के तुरंत बाद इसके सेवन से वायरस के स्तर में तेजी से गिरावट आती है.

अस्पतालों में भर्ती कुछ रोगियों पर इसका व्यापक इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन इसे इंजेक्शन से लेना होता है, जिसके कारण इसका उपयोग सीमित किया जाता है.

पढ़ें- सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड के दाम घटाए, ₹ 300 में मिलेगी एक डोज

एमोरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर जॉर्ज पेंटर ने इस दवा की खोज में मदद की है. उनके अनुसार मोलनुपिराविर कई प्रकार के श्वसन संबंधी वायरस के खिलाफ कारगर प्रतीत हुई है. मर्क रिजबैक बायोथेराप्यूटिक्स के साथ मिलकर मोलनुपिराविर विकसित कर रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.