वाशिंगटन: वाशिंगटन में भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह ने भारत के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन के आक्रामक व्यवहार के खिलाफ यहां चीनी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने चीन विरोधी बैनर दिखाए और चीनी साम्यवाद-हाय हाय जैसे नारे लगाए.
प्रदर्शनकारियों ने रविवार को कहा, ‘‘चीनी वायरस ने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली और वैश्विक अर्थव्यवस्था थम गई.
भारतीय-अमेरिकी मनोज श्रीनालियम ने कहा, जब दुनिया का ध्यान कोविड-19 से निपटने पर केंद्रित है, ऐसे में बिना उकसावे के चीन की आक्रामकता, जमीन हथियाने की कोशिश और लद्दाख में भारतीय जमीन पर भारतीयों की हत्या की हम निंदा करते हैं.
एक अन्य भारतीय-अमेरिकी महिंद्र सपा ने कहा कि पिछले कुछ दशकों से चीन, भारत और अन्य छोटे देशों को परेशान कर रहा है.
इस प्रदर्शन में मैरीलैंड, वर्जीनिया और वाशिंगटन डीसी के भारतीय-अमेरिकी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी हिस्सा लिया.
उल्लेखनीय है कि 15 जून की रात कई घंटों तक गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे.
भारतीय-अमेरिकियों ने वाशिंगटन में चीनी दूतावास के सामने किया प्रदर्शन
वाशिंगटन में चीनी दूतावास के सामने भारतीय-अमेरिकियों ने किया विरोध प्रदर्शन. प्रदर्शनकारियों ने चीन विरोधी बैनर दिखाए और 'चीनी साम्यवाद-हाय हाय' जैसे नारे लगाए. पढ़ें पूरी खबर...
वाशिंगटन: वाशिंगटन में भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह ने भारत के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन के आक्रामक व्यवहार के खिलाफ यहां चीनी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने चीन विरोधी बैनर दिखाए और चीनी साम्यवाद-हाय हाय जैसे नारे लगाए.
प्रदर्शनकारियों ने रविवार को कहा, ‘‘चीनी वायरस ने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली और वैश्विक अर्थव्यवस्था थम गई.
भारतीय-अमेरिकी मनोज श्रीनालियम ने कहा, जब दुनिया का ध्यान कोविड-19 से निपटने पर केंद्रित है, ऐसे में बिना उकसावे के चीन की आक्रामकता, जमीन हथियाने की कोशिश और लद्दाख में भारतीय जमीन पर भारतीयों की हत्या की हम निंदा करते हैं.
एक अन्य भारतीय-अमेरिकी महिंद्र सपा ने कहा कि पिछले कुछ दशकों से चीन, भारत और अन्य छोटे देशों को परेशान कर रहा है.
इस प्रदर्शन में मैरीलैंड, वर्जीनिया और वाशिंगटन डीसी के भारतीय-अमेरिकी सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी हिस्सा लिया.
उल्लेखनीय है कि 15 जून की रात कई घंटों तक गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे.