ETV Bharat / international

अमेरिका से भारत को मिलें अतिरिक्त कोरोना टीके, कृष्णामूर्ति कर रहे प्रयास

author img

By

Published : May 30, 2021, 1:19 PM IST

Updated : May 30, 2021, 1:35 PM IST

भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को कोरोना वायरस के टीके की अतिरिक्त खुराक मुहैया कराने का प्रयास कर रहे हैं.

कृष्णामूर्ति
कृष्णामूर्ति

वॉशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि बाइडेन प्रशासन कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को कोरोना वायरस टीके की वे अतिरिक्त खुराकें मुहैया कराए,जो अमेरिका में इस्तेमाल नहीं हो रही हैं.

उन्होंने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, भारतीय विश्वविद्यालय संघ और यहां स्थित हावर्ड विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित वेबिनार में कहा, 'मैं हर संभव कोशिश कर रहा हूं कि बाइडेन प्रशासन कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को कोरोना वायरस टीके की वे अतिरिक्त खुराकें मुहैया कराए,जो अमेरिका में हम इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.'

राजाकृष्णमूर्ति ने 'कोविड-19 से निपटने के लिए रणनीतियां, विशेष रूप से टीकों की आपूर्ति तक पहुंच' विषय पर कहा, 'मैंने उनसे हमारी आठ करोड़ अतिरिक्त खुराकों का हिस्सा मुहैया कराने की अपील की. उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया, लेकिन अब मैं और भी बड़ा प्रस्ताव रख रहा हूं.'

पढ़ें - कोविड के बाद एक वर्ष : स्वास्थ्य आदतों को बेहतर कैसे बनाएं

सांसद ने हाल में 'द नलिफाइंग ऑपर्च्यूनिटीज फॉर वेरिएंट्स टू इन्फेक्ट एंड डेसिमेट (नोविड)' विधेयक पेश किया है. उन्होंने कहा, 'मैं विश्व की 60 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण के अमेरिकी कार्यक्रम का समर्थन करूंगा. यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत और अन्य देशों के समुदायों में रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो.'

सांसद ने कहा, 'यह करना केवल करुणा एवं नैतिकता के आधार पर ही सही नहीं है, बल्कि ऐसा करना समझदारी भी है. यदि हम ऐसा नहीं करते हैं तो अन्य देशों में फैलने वाले कोविड-19 के अलग-अलग स्वरूप अमेरिका में भी पहुंचकर सभी को नुकसान पहुंचाएंगे. हमें इस कार्यक्रम का समर्थन करना चाहिए और हर जगह सभी की मदद करनी चाहिए, क्योंकि यदि कोविड-19 कहीं पर भी रहता है, तो यह सभी के लिए खतरा है.'

(नोविड) कानून एक विस्तृत कोरोना वायरस बचाव कार्यक्रम है जो सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकावासी घरेलू स्तर पर कोविड-19 की एक और घातक लहर का सामना न करें. नोविड कानून के तहत, अमेरिका कोविड-19 वैश्विक महामारी के लिए अपनी वैश्विक रणनीति की निगरानी एवं समन्वय के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से 19 अरब डॉलर का वैश्विक महामारी तैयारी एवं प्रतिक्रिया कार्यक्रम (पैनपीआरईपी) स्थापित करेगा.

इस बीच, कृष्णमूर्ति के प्रवक्ता ने इन रिपोर्टों को खारिज किया कि इस वेबिनार का आयोजन स्वदेशी जागरण मंच ने किया था.

(पीटीआई-भाषा)

वॉशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि वह हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि बाइडेन प्रशासन कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को कोरोना वायरस टीके की वे अतिरिक्त खुराकें मुहैया कराए,जो अमेरिका में इस्तेमाल नहीं हो रही हैं.

उन्होंने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, भारतीय विश्वविद्यालय संघ और यहां स्थित हावर्ड विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित वेबिनार में कहा, 'मैं हर संभव कोशिश कर रहा हूं कि बाइडेन प्रशासन कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को कोरोना वायरस टीके की वे अतिरिक्त खुराकें मुहैया कराए,जो अमेरिका में हम इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.'

राजाकृष्णमूर्ति ने 'कोविड-19 से निपटने के लिए रणनीतियां, विशेष रूप से टीकों की आपूर्ति तक पहुंच' विषय पर कहा, 'मैंने उनसे हमारी आठ करोड़ अतिरिक्त खुराकों का हिस्सा मुहैया कराने की अपील की. उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया, लेकिन अब मैं और भी बड़ा प्रस्ताव रख रहा हूं.'

पढ़ें - कोविड के बाद एक वर्ष : स्वास्थ्य आदतों को बेहतर कैसे बनाएं

सांसद ने हाल में 'द नलिफाइंग ऑपर्च्यूनिटीज फॉर वेरिएंट्स टू इन्फेक्ट एंड डेसिमेट (नोविड)' विधेयक पेश किया है. उन्होंने कहा, 'मैं विश्व की 60 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण के अमेरिकी कार्यक्रम का समर्थन करूंगा. यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत और अन्य देशों के समुदायों में रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो.'

सांसद ने कहा, 'यह करना केवल करुणा एवं नैतिकता के आधार पर ही सही नहीं है, बल्कि ऐसा करना समझदारी भी है. यदि हम ऐसा नहीं करते हैं तो अन्य देशों में फैलने वाले कोविड-19 के अलग-अलग स्वरूप अमेरिका में भी पहुंचकर सभी को नुकसान पहुंचाएंगे. हमें इस कार्यक्रम का समर्थन करना चाहिए और हर जगह सभी की मदद करनी चाहिए, क्योंकि यदि कोविड-19 कहीं पर भी रहता है, तो यह सभी के लिए खतरा है.'

(नोविड) कानून एक विस्तृत कोरोना वायरस बचाव कार्यक्रम है जो सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकावासी घरेलू स्तर पर कोविड-19 की एक और घातक लहर का सामना न करें. नोविड कानून के तहत, अमेरिका कोविड-19 वैश्विक महामारी के लिए अपनी वैश्विक रणनीति की निगरानी एवं समन्वय के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से 19 अरब डॉलर का वैश्विक महामारी तैयारी एवं प्रतिक्रिया कार्यक्रम (पैनपीआरईपी) स्थापित करेगा.

इस बीच, कृष्णमूर्ति के प्रवक्ता ने इन रिपोर्टों को खारिज किया कि इस वेबिनार का आयोजन स्वदेशी जागरण मंच ने किया था.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : May 30, 2021, 1:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.