हैदराबाद : ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) कद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में मार दिए गए. सुलेमानी को अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर मारा गया. अमेरिका ने इस हमले को अंजाम देने के लिए एमक्यू-9 रीपर ड्रोन एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया था.
इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है.
अमेरिका ने इस हमले को अंजाम देने के लिए एमक्यू-9 (MQ-9) रीपर ड्रोन का इस्तेमाल किया था. इस ड्रोन को विशेष रूप से विदेश में ऑपरेशन करने के लिए बनाया गया है.
विशेषताएं :
- एमक्यू-9 रीपर ड्रोन एक रिमोट कंट्रोल एयरक्राफ्ट (ड्रोन) है. यह एमक्यू सीरिज का नौंवा संस्करण है.
- इसका इस्तेमाल रेकी और हवाई हमले में किया जाता है.
- एमक्यू-9 अपने साथ करीब 4700 किलो वजन लेकर उड़ सकता है.
- यह मूवेबल टारगेट पर हमला करने में सक्षम है और इसकी रेंज 1150 मील है.
- एमक्यू-9 में हथियारों के साथ चार लेजर गाइडेड मिसाइल भी हैं, जो सटीक निशाना लगाती हैं.
- इसमें एक साथ दो पायलट बैठ सकते हैं.
- ड्रोन में टारगेटिंग सिस्टम लगा है, जिसमें विजुअल सेंसर मौजूद होता है.
- यह 50,000 की फीट पर उड़ान भर सकता है और इसकी रफ्तार 370 किमी प्रति/घंटा है.
- एमक्यू-9 में 2200 लीटर ईंधन और करीब 1700 किलो पेलोड ले जाने की क्षमता होती है.
- इस ड्रोन की कीमत छह करोड़ 42 लाख रुपये है और इसे जनरल एटॉमिक्स एस्ट्रोनॉटिकल सिस्टम्स ने बनाया है.
जानें, कौन हैं कद्स और कौन थे सुलेमानी, जिसने अमेरिका की कर रखी थी नींद हराम
बता दें, इस अमेरिकी हमले में जनसंपर्क निदेशक मोहम्मद रजा अल-जबेरी और चार अन्य सदस्यों की भी मौत हो गई है, जब शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे के बगल में स्थित सैन्य ठिकाने पर तीन कत्यूशा रॉकेटों से हमला किया गया.
पेंटागन के एक बयान के अनुसार, 'अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर विदेश में रह रहे अमरीकी सैन्यकर्मियों की रक्षा के लिए कासिम सुलेमानी को मारने का कदम उठाया गया है.'