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भारत ने संरा में कहा- कोरोना से निपटने के लिए बिना किसी भ्रम के साथ करें काम

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Published : Dec 15, 2020, 4:55 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 8:05 PM IST

भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि कोरोना से निपटने का सबसे सही तरीका है कि सभी बिना किसी भ्रम के सहयोग के साथ काम करें.

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न्यूयॉर्क : भारत ने कहा कि उसके टीके का उत्पादन और उसकी वितरण क्षमता से सारी मानवता को कोविड-19 संकट से निपटने में मदद मिलेगी, जिसने वैश्विक सहयोग में दूरी को उजागर किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग के साथ बिना किसी भ्रम के वैश्विक महामारी से निपटने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के कोविड-19 पर विशेष सत्र को संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने सोमवार को कहा कि मौजूदा कोरोना वायरस संकट ने बहुपक्षीय संगठनों के वैश्विक सहयोग और शासन संरचनाओं के बीच अंतराल को उजागर किया है.

उन्होंने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि हम सुधार किए गए बहुपक्षवाद को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत बनाएं. जरूरी है कि महामारी से निपटने के लिए हमें नेतृत्व, एकजुटता और सहयोग दिखाने के लिए हाथ मिलाना होगा. हम सहयोग, बिना भ्रम, तैयारी के साथ, बिना घबराए और पृथक होने की बजाया एक साथ आकर इससे सबसे अच्छी तरीके से निपट सकते हैं.'

स्वरूप ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के तौर पर, मैं इस बात को दोहराना चाहता हूं कि भारत की टीका उत्पादन तथा वितरण क्षमता सारी मानवता को इस संकट से निपटने में मदद करेगी. भारत सभी देशों को टीके के वितरण के लिए उनकी कोल्ड चैन और भंडार क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करेगा.'

पढ़ें :- अमेरिका में कोविड-19 का टीका ले जाने के लिए तैयार हैं ट्रक

विश्व के शीर्ष नेताओं, संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व और कोविड-19 का टीका बनाने वालों ने भी इस महीने की शुरुआत में एक उच्च-स्तरीय विशेष सत्र को संबोधित किया था और महामारी के प्रभाव के साथ-साथ संकट से निपटने के जरूरी बहुमुखी, समन्वित तरीकों पर चर्चा की थी.

न्यूयॉर्क : भारत ने कहा कि उसके टीके का उत्पादन और उसकी वितरण क्षमता से सारी मानवता को कोविड-19 संकट से निपटने में मदद मिलेगी, जिसने वैश्विक सहयोग में दूरी को उजागर किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग के साथ बिना किसी भ्रम के वैश्विक महामारी से निपटने की आवश्यकता को रेखांकित किया है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के कोविड-19 पर विशेष सत्र को संबोधित करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) विकास स्वरूप ने सोमवार को कहा कि मौजूदा कोरोना वायरस संकट ने बहुपक्षीय संगठनों के वैश्विक सहयोग और शासन संरचनाओं के बीच अंतराल को उजागर किया है.

उन्होंने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि हम सुधार किए गए बहुपक्षवाद को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत बनाएं. जरूरी है कि महामारी से निपटने के लिए हमें नेतृत्व, एकजुटता और सहयोग दिखाने के लिए हाथ मिलाना होगा. हम सहयोग, बिना भ्रम, तैयारी के साथ, बिना घबराए और पृथक होने की बजाया एक साथ आकर इससे सबसे अच्छी तरीके से निपट सकते हैं.'

स्वरूप ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के तौर पर, मैं इस बात को दोहराना चाहता हूं कि भारत की टीका उत्पादन तथा वितरण क्षमता सारी मानवता को इस संकट से निपटने में मदद करेगी. भारत सभी देशों को टीके के वितरण के लिए उनकी कोल्ड चैन और भंडार क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करेगा.'

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विश्व के शीर्ष नेताओं, संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व और कोविड-19 का टीका बनाने वालों ने भी इस महीने की शुरुआत में एक उच्च-स्तरीय विशेष सत्र को संबोधित किया था और महामारी के प्रभाव के साथ-साथ संकट से निपटने के जरूरी बहुमुखी, समन्वित तरीकों पर चर्चा की थी.

Last Updated : Dec 15, 2020, 8:05 PM IST
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