वाशिंगटन : अमेरिका में हिंदुओं के एक शीर्ष निकाय ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका के एक आयोग पर ऐसी बैठकें करने का आरोप लगाया है, जिनमें भारत के संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) की मंशा और प्रभाव पर गलत सूचनाएं दी गईं.
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने सीएए पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह देश में 'बड़े पैमाने पर मुस्लिमों के मताधिकार छीनने' का कारण बन सकता है.
आयोग के सदस्यों के अलावा विशेषज्ञों के आमंत्रित पैनल ने सीएए और म्यामां में रोहिंग्या मुद्दों पर केंद्रित एक बैठक की ताकि इन मुद्दों के जवाब में अमेरिकी सरकार के लिए नीति अनुशंसाएं विकसित करने में मदद मिले.
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) के प्रबंध निदेशक समीर कालरा ने कहा, 'यह बेहद अफसोस की बात है अमेरिका के सरकारी निकाय जैसे यूएससीआईआरएफ भारत के सीएए की मंशा एवं प्रभाव पर गलत सूचना देने के लिए बैठकें कर रहे हैं.'
1983 के बाद पहली बार IOC के सत्र की मेजबानी करेगा भारत
कालरा ने कहा, 'यह (यूएससीआईआरएफ सुनवाई) मीडिया और कुछ अमेरिकी सांसदों के गैर जिम्मेदाराना बयानों को और बल देता है जिसने भारत में तनाव एवं हिंसा को और बढ़ाया ही है.'