ETV Bharat / international

गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति बढ़ी : भारत - आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप

भारत ने कहा है कि सोशल मीडिया मंचों पर गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति बढ़ रही है. भारत ने इस संबंध में प्रौद्योगिकी कंपनियों से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और अपने मंचों पर गलत सूचनाओं की जांच कर उन पर रोक लगाने का आह्वान किया है.

सोशल मीडिया मंच
सोशल मीडिया मंच
author img

By

Published : Jan 25, 2021, 4:22 PM IST

न्यूयॉर्क : भारत ने प्रौद्योगिकी कंपनियों से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और अपने मंचों पर गलत सूचनाओं की जांच कर उन पर रोक लगाने का आह्वान किया है. भारत ने प्रौद्योगिकी कंपनियों को आगाह किया कि गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति बढ़ रही है.

'एस्टोनियाई स्थायी मिशन' द्वारा बेलारूस में मीडिया स्वतंत्रता पर आयोजित अररिया-फॉर्मूला की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप-स्थायी प्रतिनिधि के. नागराज नायडू ने कहा कि सूचना क्रांति ने मीडिया प्रणाली को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ उसे कमजोर भी किया है.

नायडू ने कहा, 'आज, गलत जानकारियों की वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा निर्मित डेटा सेट, एल्गोरिद्म और सूचना के बुनियादी ढांचे के बीच जटिल बातचीत पर टिकी हुई है. ये एल्गोरिद्म न केवल यह बताते हैं कि अलग-अलग आबादी के लिए क्या जानकारी उपलब्ध है, बल्कि यह भी बताते हैं, किसे और किस आवृत्ति के साथ उपलब्ध हैं.'

पढ़ें- तुर्की ने ट्विटर व पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगाया

उन्होंने कहा, 'ऐसे में, प्रौद्योगिकी कंपनियों का यह दायित्व है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके मंचों पर पारदर्शिता हो और उनके मंच से लोगों को गलत जानकारी न मिले.'

नायडू ने आगाह किया कि राजनीतिक एजेंडे पूरे करने के लिए गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है.

न्यूयॉर्क : भारत ने प्रौद्योगिकी कंपनियों से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और अपने मंचों पर गलत सूचनाओं की जांच कर उन पर रोक लगाने का आह्वान किया है. भारत ने प्रौद्योगिकी कंपनियों को आगाह किया कि गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति बढ़ रही है.

'एस्टोनियाई स्थायी मिशन' द्वारा बेलारूस में मीडिया स्वतंत्रता पर आयोजित अररिया-फॉर्मूला की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप-स्थायी प्रतिनिधि के. नागराज नायडू ने कहा कि सूचना क्रांति ने मीडिया प्रणाली को फायदा पहुंचाने के साथ-साथ उसे कमजोर भी किया है.

नायडू ने कहा, 'आज, गलत जानकारियों की वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा निर्मित डेटा सेट, एल्गोरिद्म और सूचना के बुनियादी ढांचे के बीच जटिल बातचीत पर टिकी हुई है. ये एल्गोरिद्म न केवल यह बताते हैं कि अलग-अलग आबादी के लिए क्या जानकारी उपलब्ध है, बल्कि यह भी बताते हैं, किसे और किस आवृत्ति के साथ उपलब्ध हैं.'

पढ़ें- तुर्की ने ट्विटर व पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगाया

उन्होंने कहा, 'ऐसे में, प्रौद्योगिकी कंपनियों का यह दायित्व है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके मंचों पर पारदर्शिता हो और उनके मंच से लोगों को गलत जानकारी न मिले.'

नायडू ने आगाह किया कि राजनीतिक एजेंडे पूरे करने के लिए गलत जानकारियों के जरिए आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.