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कोरोना से निबटने में अमेरिकी सरकार का तरीका सबसे बड़ी असफलता : हैरिस

डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बहस की. यूटा में इन दोनों की बहस हुई. जानें इस बहस के कुछ अहम बिंदु...

वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट
वाइस प्रेसिडेंशिंयल डिबेट
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Published : Oct 8, 2020, 6:00 AM IST

Updated : Oct 8, 2020, 12:15 PM IST

न्यूयॉर्क : अमेरिका में भारतीय-अफ्रीकी मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच डिबेट हुई.

हैरिस और पेंस का आमना-सामना रात नौ बजे ईएसटी (भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह 6.30 बजे) शुरू हुआ. यूटा में इन दोनों की बहस चली.

हैरिस ने कोविड-19 से निपटने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के तरीके को देश के 'इतिहास में किसी प्रशासन की सबसे बड़ी असफलता' करार दिया है.

हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद की बहस के दौरान अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी माइक पेंस पर तीखा हमला किया.

कैलिफोर्निया से सीनेटर हैरिस (55) ने कोविड-19 वैश्विक महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि 'इस प्रशासन की अयोग्यता' के कारण अमेरिका के लोगों को बहुत बलिदान करना पड़ा है. अमेरिका में इस संक्रमण के कारण दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

हैरिस ने शुरुआत में कहा, 'अमेरिकी लोगों ने हमारे देश के इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति प्रशासन की अब तक की सबसे बड़ी असफलता देखी है.'

उन्होंने कहा कि लोगों को वह जानकारी दिए जाने की आवश्यकता है, जो 'वे सुनना नहीं चाहते, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें यह सुनना होगा.'

हैरिस ने कहा, 'प्रशासन की अयोग्यता के कारण उन्हें बहुत कुछ बलिदान करना पड़ा.'

वहीं उप राष्ट्रपति माइक पेंस (61) ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कदमों ने सैकड़ों-हजारों अमेरिकियों की जान बचाई.

हैरिस ने संकट से निपटने की अपनी योजना के बारे में कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में जो बाइडेन की जीत होने पर उनका प्रशासन 'संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाएगा, जांच करेगा, टीकाकरण करेगा और उसकी नि:शुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करेगा.'

उन्होंने कहा कि यदि ट्रंप प्रशासन में कोरोना वायरस का ऐसा टीका उपलब्ध हो जाता है, जिसे वैज्ञानिक सलाहकार स्वीकार नहीं करते हैं, तो वह उस टीके को स्वीकार नहीं करेंगी, लेकिन यदि डॉ. एंथनी फॉकी जैसे शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार टीके का समर्थन करते हैं, तो वह टीके का समर्थन करेंगी.

इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण ह्वाइट हाउस में पृथक-वास में रह रहे ट्रंप ने बहस में पेंस के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, 'माइक पेंस अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. वह (हैरिस) चूक करने वाली मशीन हैं.'

बाइडेन के पास है कोरोना की योजना- हैरिस
बहस शुरू होने के बाद उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को इस महामारी के बारे में बताया गया था, जो कि बेहद ही खतरनाक है. आज भी, उनके पास अभी भी कोई योजना नहीं है. लेकिन बाइडेन के पास है. ट्रंप और जो बाइडन के बीच राष्ट्रपति पद को लेकर बहस हो चुकी है.

यह भी पढ़ें- मिशेल ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया नस्लवाद का आरोप

डिबेट से पहले किए गए ट्वीट में हैरिस ने कहा कि वह अपनी मां श्यामला जैसे लोगों के लिए वोट कर रही हैं, जिन्होंने मेरी बहन और मुझे सिखाया कि अगर आपके सामने समस्या है तो आपको इस बारे में शिकायत नहीं करनी चाहिए, बल्कि इससे निबटने के लिए कुछ करना चाहिए. उनकी वजह से मैं जानती हूं कि अगर हम प्रयास करें तो बदलाव संभव है.

हैरिस की मां श्यामला गोपालन केवल 19 वर्ष की थी जब वह बर्कली पहुंची थी. यहीं पर उनकी मुलाकात जमैका के अर्थशास्त्र में स्नातक एक छात्र डोनाल्ड हैरिस से हुई. उन्होंने शादी की और उनके दो बच्चे हुए-कमला और माया. हैरिस सार्वजनिक मंचों पर मदर इंडिया थीम को भुनाने में कभी विफल नहीं रही हैं.

कोरोना के मद्देनजर बहस के दौरान पेंस और हैरिस 13 फीट की दूरी पह रहेंगे. अमेरिका में कोरोना वायरस के कराण 210,000 लोग जान गंवा चुके हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित 74 लाख लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं.

न्यूयॉर्क : अमेरिका में भारतीय-अफ्रीकी मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच डिबेट हुई.

हैरिस और पेंस का आमना-सामना रात नौ बजे ईएसटी (भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह 6.30 बजे) शुरू हुआ. यूटा में इन दोनों की बहस चली.

हैरिस ने कोविड-19 से निपटने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के तरीके को देश के 'इतिहास में किसी प्रशासन की सबसे बड़ी असफलता' करार दिया है.

हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद की बहस के दौरान अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी माइक पेंस पर तीखा हमला किया.

कैलिफोर्निया से सीनेटर हैरिस (55) ने कोविड-19 वैश्विक महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि 'इस प्रशासन की अयोग्यता' के कारण अमेरिका के लोगों को बहुत बलिदान करना पड़ा है. अमेरिका में इस संक्रमण के कारण दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

हैरिस ने शुरुआत में कहा, 'अमेरिकी लोगों ने हमारे देश के इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति प्रशासन की अब तक की सबसे बड़ी असफलता देखी है.'

उन्होंने कहा कि लोगों को वह जानकारी दिए जाने की आवश्यकता है, जो 'वे सुनना नहीं चाहते, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें यह सुनना होगा.'

हैरिस ने कहा, 'प्रशासन की अयोग्यता के कारण उन्हें बहुत कुछ बलिदान करना पड़ा.'

वहीं उप राष्ट्रपति माइक पेंस (61) ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कदमों ने सैकड़ों-हजारों अमेरिकियों की जान बचाई.

हैरिस ने संकट से निपटने की अपनी योजना के बारे में कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में जो बाइडेन की जीत होने पर उनका प्रशासन 'संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाएगा, जांच करेगा, टीकाकरण करेगा और उसकी नि:शुल्क उपलब्धता सुनिश्चित करेगा.'

उन्होंने कहा कि यदि ट्रंप प्रशासन में कोरोना वायरस का ऐसा टीका उपलब्ध हो जाता है, जिसे वैज्ञानिक सलाहकार स्वीकार नहीं करते हैं, तो वह उस टीके को स्वीकार नहीं करेंगी, लेकिन यदि डॉ. एंथनी फॉकी जैसे शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार टीके का समर्थन करते हैं, तो वह टीके का समर्थन करेंगी.

इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण ह्वाइट हाउस में पृथक-वास में रह रहे ट्रंप ने बहस में पेंस के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, 'माइक पेंस अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. वह (हैरिस) चूक करने वाली मशीन हैं.'

बाइडेन के पास है कोरोना की योजना- हैरिस
बहस शुरू होने के बाद उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को इस महामारी के बारे में बताया गया था, जो कि बेहद ही खतरनाक है. आज भी, उनके पास अभी भी कोई योजना नहीं है. लेकिन बाइडेन के पास है. ट्रंप और जो बाइडन के बीच राष्ट्रपति पद को लेकर बहस हो चुकी है.

यह भी पढ़ें- मिशेल ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया नस्लवाद का आरोप

डिबेट से पहले किए गए ट्वीट में हैरिस ने कहा कि वह अपनी मां श्यामला जैसे लोगों के लिए वोट कर रही हैं, जिन्होंने मेरी बहन और मुझे सिखाया कि अगर आपके सामने समस्या है तो आपको इस बारे में शिकायत नहीं करनी चाहिए, बल्कि इससे निबटने के लिए कुछ करना चाहिए. उनकी वजह से मैं जानती हूं कि अगर हम प्रयास करें तो बदलाव संभव है.

हैरिस की मां श्यामला गोपालन केवल 19 वर्ष की थी जब वह बर्कली पहुंची थी. यहीं पर उनकी मुलाकात जमैका के अर्थशास्त्र में स्नातक एक छात्र डोनाल्ड हैरिस से हुई. उन्होंने शादी की और उनके दो बच्चे हुए-कमला और माया. हैरिस सार्वजनिक मंचों पर मदर इंडिया थीम को भुनाने में कभी विफल नहीं रही हैं.

कोरोना के मद्देनजर बहस के दौरान पेंस और हैरिस 13 फीट की दूरी पह रहेंगे. अमेरिका में कोरोना वायरस के कराण 210,000 लोग जान गंवा चुके हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित 74 लाख लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं.

Last Updated : Oct 8, 2020, 12:15 PM IST
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