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अमेरिका में वर्जीनिया गिरोह के हत्यारे को मौत की सजा दी गई

अमेरिका में एक नशा तस्कर को मौत की सजा दी गई. 1992 में वर्जीनिया की राजधानी में कई हत्याओं में उसकी संलिप्तता के लिए यह सजा दी गई.

हत्यारे को मौत की सजा
हत्यारे को मौत की सजा
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Published : Jan 15, 2021, 6:28 PM IST

टेरे हौटे (अमेरिका) : अमेरिकी सरकार ने एक मादक पदार्थ तस्कर को 1992 में वर्जीनिया की राजधानी में कई हत्याओं में उसकी संलिप्तता के लिए मौत की सजा दी. हालांकि मादक पदार्थ तस्कर के वकीलों ने दावा किया था कि उसे दिए जाने वाले घातक इंजेक्शन से उसे कष्टदायी दर्द होगा क्योंकि हाल में उसके कोविड-19 से संक्रमित होने के चलते उसके फेफड़े को क्षति पहुंची है.

कोरे जॉनसन (52) 12वां कैदी था जिसे ट्रंप प्रशासन द्वारा मौत की सजा फिर से शुरू किए जाने के बाद टेरे हौटे, इंडियाना स्थित संघीय जेल परिसर में गुरुवार को मौत की सजा दी गई. उसे रात 11 बजकर 34 मिनट पर मृत घोषित किया गया.

जॉनसन को मौत की सजा और शुक्रवार को डस्टिन हिग्स को दी जाने वाली मौत की सजा अगले सप्ताह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण से पहले आखिरी मौत की सजा होगी. बाइडन मौत की सजा के विरोधी हैं और उन्होंने इसे समाप्त किए जाने के संकेत दिए हैं.

दोनों ही कैदियों को कोविड-19 संक्रमण हो गया था और इसी के चलते उनकी मौत की सजा पर रोक लग गई थी.

पढ़ें- अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन पर नए प्रतिबंध लगाए

जॉनसन को 45 दिन की अवधि में रिचमंड में 11 व्यक्तियों की हत्या के मामले में अभ्यारोपित किया गया था. उसे और न्यूटाउन गिरोह के दो अन्य सदस्यों को भी मौत की सजा सुनाई गई थी.

टेरे हौटे (अमेरिका) : अमेरिकी सरकार ने एक मादक पदार्थ तस्कर को 1992 में वर्जीनिया की राजधानी में कई हत्याओं में उसकी संलिप्तता के लिए मौत की सजा दी. हालांकि मादक पदार्थ तस्कर के वकीलों ने दावा किया था कि उसे दिए जाने वाले घातक इंजेक्शन से उसे कष्टदायी दर्द होगा क्योंकि हाल में उसके कोविड-19 से संक्रमित होने के चलते उसके फेफड़े को क्षति पहुंची है.

कोरे जॉनसन (52) 12वां कैदी था जिसे ट्रंप प्रशासन द्वारा मौत की सजा फिर से शुरू किए जाने के बाद टेरे हौटे, इंडियाना स्थित संघीय जेल परिसर में गुरुवार को मौत की सजा दी गई. उसे रात 11 बजकर 34 मिनट पर मृत घोषित किया गया.

जॉनसन को मौत की सजा और शुक्रवार को डस्टिन हिग्स को दी जाने वाली मौत की सजा अगले सप्ताह अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथग्रहण से पहले आखिरी मौत की सजा होगी. बाइडन मौत की सजा के विरोधी हैं और उन्होंने इसे समाप्त किए जाने के संकेत दिए हैं.

दोनों ही कैदियों को कोविड-19 संक्रमण हो गया था और इसी के चलते उनकी मौत की सजा पर रोक लग गई थी.

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जॉनसन को 45 दिन की अवधि में रिचमंड में 11 व्यक्तियों की हत्या के मामले में अभ्यारोपित किया गया था. उसे और न्यूटाउन गिरोह के दो अन्य सदस्यों को भी मौत की सजा सुनाई गई थी.

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