वॉशिंगटन : अमेरिका की एक वरिष्ठ राजनयिक ने आगाह किया कि तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद अमेरिका को चीन पर करीबी नजर रखने की आवश्यकता है क्योंकि वह युद्धग्रस्त देश में बगराम वायु सेना अड्डे पर कब्जा जमाने की कोशिश तथा भारत के खिलाफ मजबूत स्थिति हासिल करने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल कर सकता है.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व दूत निक्की हेली ने कहा कि अफगानिस्तान से अचानक सेना को वापस बुलाने के फैसले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिका के सहयोगियों का विश्वास और भरोसा खो चुके हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका के सामने कई चुनौतियां हैं.
उन्होंने कहा कि अमेरिका को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उसके नागरिक सुरक्षित रहें और देश की साइबर सुरक्षा मजबूत रहे क्योंकि 'रूस जैसे तत्व हमें हैक करना जारी रखेंगे क्योंकि हमने वापस लड़ने की इच्छा का कोई संकेत नहीं दिखाया.'
हेली ने कहा, 'हमें चीन पर नजर रखने की आवश्यकता है क्योंकि मुझे लगता है कि आप चीन को बगराम वायु सेना अड्डे तक कदम बढ़ाते देख सकेंगे. मुझे लगता है कि वे अफगानिस्तान में भी पैर जमा रहे हैं और भारत के खिलाफ मजबूत स्थिति बनाने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे है. इसलिए हमारे सामने कई चुनौतियां हैं.'
अमेरिकी सेना ने तकरीबन 20 साल बाद इस साल जुलाई में बगराम वायु सेना अड्डा छोड़ दिया था जो अफगानिस्तान में उसका अहम सैन्य अड्डा था.
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उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख दोस्तों तथा सहयोगियों से सम्पर्क कर उन्हें आश्वासन दे कि अमेरिका सदैव उनका साथ देगा.
(पीटीआई-भाषा)