वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने औपचारिक रूप से इस बात को मान्यता दी कि 20वीं सदी की शुरुआत में उस्मानी (तुर्की) साम्राज्य बलों द्वारा लाखों आर्मेनियाई लोगों की व्यवस्थित तरीके से हत्या एवं निर्वासन नरसंहार था.
इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति तुर्की के नाराज होने के डर से इन अत्याचारों के लिए नरसंहार शब्द का इस्तेमाल करने से बचते रहे हैं.
बाइडेन ने राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि वे इस बात को मान्यता देंगे कि 1915 से 1923 के बीच हुए घटनाक्रम आर्मेनिया के लोगों को समाप्त करने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयास थे. इस दौरान आर्मेनिया के 20 लाख लोगों को निर्वासित किया गया था और 15 लाख लोगों को मारा गया था.
इस मामले की जानकारी रखने के वाले एक अधिकारी ने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि बाइडेन ने शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन को इस संबंध में बयान जारी करने की अपनी योजना के बारे में बताया था.