ETV Bharat / international

बाइडेन-पुतिन की बहुप्रतीक्षित बैठक खत्म, दोनों देशों के विदेश मंत्री रहे मौजूद - राष्ट्रपति जो बाइडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच स्विट्जरलैंड की राजधानी में हो रही बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन वार्ता संपन्न हो गई है. बैठक के लिए पुतिन-बाइडेन जिनेवा में सम्मेलन स्थल पर पहुंचे थें. दोनों के बीच जिनेवा में दो बड़ी बैठकें होनी हैं.

Biden Putin
Biden Putin
author img

By

Published : Jun 16, 2021, 4:22 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 10:12 PM IST

जिनेवा : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच स्विट्जरलैंड की राजधानी में हो रही बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन वार्ता संपन्न हो गई है. बैठक के लिए पुतिन-बाइडेन जिनेवा में सम्मेलन स्थल पर पहुंचे थें. दोनों के बीच जिनेवा में दो बड़ी बैठकें होनी हैं.

इस दौरान बाइडन और पुतिन के बीच पहले दौर की वार्ता में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव तथा कुछ अनुवादक मौजूद रहे. साथ ही वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति गाई पारमेलिन भी मौजूद थे. बैठक के शुरूआत में अमेरिका और रूस दोनों देशों के राष्ट्रपति ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया.

हालांकि संवाददाताओं के सामने फोटो खिंचाते समय दोनों एक-दूसरे से नजरें चुराते रहे. पारमेलिन ने दोनों नेताओं का अपने देश में स्वागत किया और फिर वे महल में गए.

स्विट्जरलैंड के मुख्य सड़कों पर नाकाबंदी
इस हाईप्रोफाइल बैठक के मद्देनजर जिनेवा में बुधवार की सुबह से ही सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए थे. जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शिखर सम्मेलन के लिए जिनेवा पहुंचे तब सैकड़ों पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बल के जवानों ने स्विट्जरलैंड के मुख्य सड़कों पर नाकाबंदी कर दी थी.

जमीन से आसमान तक पुख्ता सुरक्षा इंतजाम
सुरक्षा बलों ने सड़कों पर बैरीकेड लगा दिए, कंटीले तारों से घेराबंदी कर दी वहीं लोग पुतिन एवं बाइडेन के काफिले की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे. जिनेवा में बड़े-बड़े धातु के दरवाजे लगाए गए थे जहां सशस्त्र बल कुछ मीटर की दूरी पर खड़े दिखे. ऊपर आसमान में हेलीकॉप्टर मंडराते रहे और लेक जिनेवा के आसपास पुलिस के गश्ती वाले नाव चक्कर लगा रहे थे.

बता दें यह बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब दोनों देशों के नेताओं का मानना है कि अमेरिका और रूस के संबंध पहले कभी इतने खराब नहीं रहे. पिछले चार महीनों से दोनों नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की है. बाइडेन ने अमेरिकी हितों पर रूस समर्थित हैकरों के साइबर हमलों को लेकर पुतिन की कई बार आलोचना की है, जबकि पुतिन का कहना है कि उनके देश ने न तो अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप किया और न ही किसी प्रकार के साइबर हमले किए.

आमने-सामने होगी मुलाकात

दोनों नेता अब पहली बार आमने-सामने मुलाकात की. बैठक के शुरू में पुतिन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वार्ता 'सकारात्मक' होगी वहीं बाइडेन ने उनसे कहा, 'आमने-सामने मुलाकात हमेशा अच्छी होती है.' जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या पुतिन पर विश्वास किया जा सकता है तो उन्होंने हां में सिर हिलाया.

हालांकि दोनों पक्षों को इस बैठक से कोई खास उम्मीद नहीं थी. वहीं बाइडेन का पहले ही कह चुके है कि यदि अमेरिका और रूस अगर अपने संबंधों में 'स्थिरता और गंभीरता' लाते हैं तो यह महत्वपूर्ण कदम होगा. अमेरिका को अपना कट्टर विरोधी मानने वाले व्यक्ति के साथ वार्ता से पहले राष्ट्रपति की तरफ से यह उदार वक्तव्य है.

वहीं पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने बुधवार को 'एसोसिएटेड प्रेस' से कहा था कि गतिरोध टूटने की उम्मीद नहीं है और 'रूस-अमेरिका संबंधों में स्थिति काफी कठिन है.'

पढ़ें : कानूनी सुरक्षा चाहिए तो करें देश के नियमों का पालन, ट्विटर को रविशकंर प्रसाद की सलाह

बड़ी बैठक में अमेरिका की तरफ से ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान, राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नूलैंड, रूस में अमेरिका के राजदूत जॉन सुलीवान और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् में रूस के विशेषज्ञ इरिक ग्रीन तथा स्टेरगोस कलौडिस शामिल होंगे.

रूसी प्रतिनिधिमंडल में लावरोव, पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव, उपविदेश मंत्री सर्गेई रेयाबकोव, रूसी सेना के प्रमुख जनरल वलेरी गेरासीमोव, वॉशिंगटन में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव के साथ ही यूक्रेन और सीरिया में क्रेमलिन के राजदूत तथा पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव शामिल होंगे.

(पीटीआई-भाषा)

जिनेवा : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच स्विट्जरलैंड की राजधानी में हो रही बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन वार्ता संपन्न हो गई है. बैठक के लिए पुतिन-बाइडेन जिनेवा में सम्मेलन स्थल पर पहुंचे थें. दोनों के बीच जिनेवा में दो बड़ी बैठकें होनी हैं.

इस दौरान बाइडन और पुतिन के बीच पहले दौर की वार्ता में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव तथा कुछ अनुवादक मौजूद रहे. साथ ही वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति गाई पारमेलिन भी मौजूद थे. बैठक के शुरूआत में अमेरिका और रूस दोनों देशों के राष्ट्रपति ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया.

हालांकि संवाददाताओं के सामने फोटो खिंचाते समय दोनों एक-दूसरे से नजरें चुराते रहे. पारमेलिन ने दोनों नेताओं का अपने देश में स्वागत किया और फिर वे महल में गए.

स्विट्जरलैंड के मुख्य सड़कों पर नाकाबंदी
इस हाईप्रोफाइल बैठक के मद्देनजर जिनेवा में बुधवार की सुबह से ही सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए थे. जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शिखर सम्मेलन के लिए जिनेवा पहुंचे तब सैकड़ों पुलिसकर्मियों और सुरक्षा बल के जवानों ने स्विट्जरलैंड के मुख्य सड़कों पर नाकाबंदी कर दी थी.

जमीन से आसमान तक पुख्ता सुरक्षा इंतजाम
सुरक्षा बलों ने सड़कों पर बैरीकेड लगा दिए, कंटीले तारों से घेराबंदी कर दी वहीं लोग पुतिन एवं बाइडेन के काफिले की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे. जिनेवा में बड़े-बड़े धातु के दरवाजे लगाए गए थे जहां सशस्त्र बल कुछ मीटर की दूरी पर खड़े दिखे. ऊपर आसमान में हेलीकॉप्टर मंडराते रहे और लेक जिनेवा के आसपास पुलिस के गश्ती वाले नाव चक्कर लगा रहे थे.

बता दें यह बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब दोनों देशों के नेताओं का मानना है कि अमेरिका और रूस के संबंध पहले कभी इतने खराब नहीं रहे. पिछले चार महीनों से दोनों नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी की है. बाइडेन ने अमेरिकी हितों पर रूस समर्थित हैकरों के साइबर हमलों को लेकर पुतिन की कई बार आलोचना की है, जबकि पुतिन का कहना है कि उनके देश ने न तो अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप किया और न ही किसी प्रकार के साइबर हमले किए.

आमने-सामने होगी मुलाकात

दोनों नेता अब पहली बार आमने-सामने मुलाकात की. बैठक के शुरू में पुतिन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वार्ता 'सकारात्मक' होगी वहीं बाइडेन ने उनसे कहा, 'आमने-सामने मुलाकात हमेशा अच्छी होती है.' जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या पुतिन पर विश्वास किया जा सकता है तो उन्होंने हां में सिर हिलाया.

हालांकि दोनों पक्षों को इस बैठक से कोई खास उम्मीद नहीं थी. वहीं बाइडेन का पहले ही कह चुके है कि यदि अमेरिका और रूस अगर अपने संबंधों में 'स्थिरता और गंभीरता' लाते हैं तो यह महत्वपूर्ण कदम होगा. अमेरिका को अपना कट्टर विरोधी मानने वाले व्यक्ति के साथ वार्ता से पहले राष्ट्रपति की तरफ से यह उदार वक्तव्य है.

वहीं पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने बुधवार को 'एसोसिएटेड प्रेस' से कहा था कि गतिरोध टूटने की उम्मीद नहीं है और 'रूस-अमेरिका संबंधों में स्थिति काफी कठिन है.'

पढ़ें : कानूनी सुरक्षा चाहिए तो करें देश के नियमों का पालन, ट्विटर को रविशकंर प्रसाद की सलाह

बड़ी बैठक में अमेरिका की तरफ से ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान, राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नूलैंड, रूस में अमेरिका के राजदूत जॉन सुलीवान और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् में रूस के विशेषज्ञ इरिक ग्रीन तथा स्टेरगोस कलौडिस शामिल होंगे.

रूसी प्रतिनिधिमंडल में लावरोव, पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी यूशाकोव, उपविदेश मंत्री सर्गेई रेयाबकोव, रूसी सेना के प्रमुख जनरल वलेरी गेरासीमोव, वॉशिंगटन में रूस के राजदूत एनातोली एंतोनोव के साथ ही यूक्रेन और सीरिया में क्रेमलिन के राजदूत तथा पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव शामिल होंगे.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 16, 2021, 10:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.