ETV Bharat / international

बाइडेन ने इराक में अमेरिकी युद्ध मिशन खत्म करने के समझौते की घोषणा की

अमेरिका 2021 के अंत तक इराक में युद्ध मिशन को औपचारिक रूप से खत्म करेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इराकी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-काजिमी ने एक संयुक्त बयान में इसकी घोषणा की.

अमेरिकी युद्ध मिशन
अमेरिकी युद्ध मिशन
author img

By

Published : Jul 27, 2021, 6:59 AM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इराकी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-काजिमी ने एक संयुक्त बयान में, 2021 के अंत तक इराक में अमेरिकी युद्ध मिशन को औपचारिक रूप से समाप्त करने के लिए सोमवार को एक समझौते की घोषणा की.

यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब इराक में 10 अक्टूबर को चुनाव होने हैं.

इससे पहले बाइडेन प्रशासन (Biden Administration) के एक अधिकारी ने बताया था कि अमेरिकी सैन्य मिशन का मकसद (US military mission) इस्लामिक स्टेट (IS) को हराने में इराक की मदद करना था. साथ ही साल के अंत तक उसकी भूमिका को इराकी सेना को सलाह और प्रशिक्षण देने में तब्दील कर दिया जाएगा.

अधिकारी ने कहा कि इराकी बलों ने अपने जौहर दिखाए हैं और साबित किया है कि वह अपने मुल्क की रक्षा करने में सक्षम हैं. अधिकारी ने कहा कि फिर भी बाइडेन प्रशासन का मानना है कि आईएस से अब भी काफी खतरा है.

अमेरिका और इराक अप्रैल में इस बात पर सहमत हो गए थे कि इराक में अमेरिका की भूमिका सैनिकों को सलाह देने और प्रशिक्षित करने की हो तथा वे लड़ाकू भूमिका में न रहे.

इराकी प्रधानमंत्री अल-काजिमी अमेरिका की यात्रा पर हैं. उन्होंने अमेरिका रवाना होने से पहले साफ कहा था कि वक्त आ गया है कि अमेरिका अपना लड़ाकू मिशन खत्म करे. इराकी धरती पर किसी विदेशी लड़ाकू बल की जरूरत नहीं है.

वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इराकी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-काजिमी ने एक संयुक्त बयान में, 2021 के अंत तक इराक में अमेरिकी युद्ध मिशन को औपचारिक रूप से समाप्त करने के लिए सोमवार को एक समझौते की घोषणा की.

यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब इराक में 10 अक्टूबर को चुनाव होने हैं.

इससे पहले बाइडेन प्रशासन (Biden Administration) के एक अधिकारी ने बताया था कि अमेरिकी सैन्य मिशन का मकसद (US military mission) इस्लामिक स्टेट (IS) को हराने में इराक की मदद करना था. साथ ही साल के अंत तक उसकी भूमिका को इराकी सेना को सलाह और प्रशिक्षण देने में तब्दील कर दिया जाएगा.

अधिकारी ने कहा कि इराकी बलों ने अपने जौहर दिखाए हैं और साबित किया है कि वह अपने मुल्क की रक्षा करने में सक्षम हैं. अधिकारी ने कहा कि फिर भी बाइडेन प्रशासन का मानना है कि आईएस से अब भी काफी खतरा है.

अमेरिका और इराक अप्रैल में इस बात पर सहमत हो गए थे कि इराक में अमेरिका की भूमिका सैनिकों को सलाह देने और प्रशिक्षित करने की हो तथा वे लड़ाकू भूमिका में न रहे.

इराकी प्रधानमंत्री अल-काजिमी अमेरिका की यात्रा पर हैं. उन्होंने अमेरिका रवाना होने से पहले साफ कहा था कि वक्त आ गया है कि अमेरिका अपना लड़ाकू मिशन खत्म करे. इराकी धरती पर किसी विदेशी लड़ाकू बल की जरूरत नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.