ETV Bharat / international

पश्चिम अफ्रीका : दस हजार श्रद्धालुओं ने की सेनेगल में तीर्थयात्रा

कोरोना महामारी के बीच पश्चिम अफ्रीका में दस हजार से अधिक मुसलमान महा मगल कार्यक्रम के लिए इस सप्ताह सेनेगल के पवित्र शहर तूबा पहुंचे. अफ्रीका में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

सेनेगल में तीर्थयात्रा
सेनेगल में तीर्थयात्रा
author img

By

Published : Oct 7, 2020, 5:10 PM IST

तूबा : कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच दस हजार मुसलमान स्थानीय सूफी परंपरा से जुड़ी वार्षिक महा मगल कार्यक्रम के लिए इस सप्ताह सेनेगल के पवित्र शहर तूबा पहुंचे हैं.

सेनेगल में मुरीद ब्रदरहुड के संस्थापक के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किय जाता है. इससे पहले तूबा शहर में महा मगल के दौरान प्रति वर्ष करीब 30 लाख लोग यात्रा करते थे.

हजारों लोगों ने की सेनेगल में तीर्थयात्रा

सेनेगल की सीमाएं अब भी बंद हैं, जिसके कारण इस साल मंगलवार को यात्रा में अपेक्षाकृत कम लोगों ने हिस्सा लिया. कोविड-19 के बीच दस हजार से अधिक लोग इस बार यात्रा के लिए सेनेगल पहुंचे हैं. प्रवेश के लिए हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल और मास्क पहनना अनिवार्य था.

पढ़ें- कोरोना संकट : युगांडा में रक्त की आपूर्ति में गिरावट

इटली से आए तीर्थयात्री माम थीएर्नो ने कहा कि महा मगल में शामिल न होना उनके लिए बहुत मुश्किल है. वैश्विक महामारी के मद्देनजर कई लोगों का कहना है कि तूबा में महा मगल का आयोजन नहीं होना चाहिए. मैं जानता हूं कि महामारी अब भी है, इसके बावजूद मैं यहां आया.

भले ही यात्रा के दौरान पूरी एहतियात बरती गई, लेकिन लोगों को महा मगल के बाद आगामी सप्ताहों में संक्रमण के मामले तेजी से फिर से बढ़ने की आशंका है.

सेनेगल उन अफ्रीकी देशों में शामिल है, जहां संक्रमण के मामले सबसे पहले सामने आए थे. देश में संक्रमण के 15,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 312 लोगों की मौत हुई है.

तूबा : कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच दस हजार मुसलमान स्थानीय सूफी परंपरा से जुड़ी वार्षिक महा मगल कार्यक्रम के लिए इस सप्ताह सेनेगल के पवित्र शहर तूबा पहुंचे हैं.

सेनेगल में मुरीद ब्रदरहुड के संस्थापक के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किय जाता है. इससे पहले तूबा शहर में महा मगल के दौरान प्रति वर्ष करीब 30 लाख लोग यात्रा करते थे.

हजारों लोगों ने की सेनेगल में तीर्थयात्रा

सेनेगल की सीमाएं अब भी बंद हैं, जिसके कारण इस साल मंगलवार को यात्रा में अपेक्षाकृत कम लोगों ने हिस्सा लिया. कोविड-19 के बीच दस हजार से अधिक लोग इस बार यात्रा के लिए सेनेगल पहुंचे हैं. प्रवेश के लिए हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल और मास्क पहनना अनिवार्य था.

पढ़ें- कोरोना संकट : युगांडा में रक्त की आपूर्ति में गिरावट

इटली से आए तीर्थयात्री माम थीएर्नो ने कहा कि महा मगल में शामिल न होना उनके लिए बहुत मुश्किल है. वैश्विक महामारी के मद्देनजर कई लोगों का कहना है कि तूबा में महा मगल का आयोजन नहीं होना चाहिए. मैं जानता हूं कि महामारी अब भी है, इसके बावजूद मैं यहां आया.

भले ही यात्रा के दौरान पूरी एहतियात बरती गई, लेकिन लोगों को महा मगल के बाद आगामी सप्ताहों में संक्रमण के मामले तेजी से फिर से बढ़ने की आशंका है.

सेनेगल उन अफ्रीकी देशों में शामिल है, जहां संक्रमण के मामले सबसे पहले सामने आए थे. देश में संक्रमण के 15,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 312 लोगों की मौत हुई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.